2018-06-23 15:52:00

‘एमोना ब्रदरहुड अलुनी’ संध के प्रतिनिधियों से संत पापा की मुलाकात


वाटिकन सिटी, शनिवार 23 जून 2018 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 23 जून को वाटिकन के संत पापाओं के भवन में ‘एमोना ब्रदरहुड अलुनी’ संध के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।

इस संघ का गठन सितंबर 2016 में हुआ। जिसका उद्देश्य प्रत्येक धर्म और धर्मसमाजों की, जिम्मेदारियों और ज्ञान पर एक बहुआयामी प्रशिक्षण देना है।

संत पापा ने रोम की यात्रा कर उनसे मुलाकात करने हेतु सभी प्रतिभागियों का सहर्ष स्वागत किया। उन्होने एसोसिएशन की प्रस्तुति के लिए सह-अध्यक्ष को धन्यवाद दिया।

संत पापा ने कहा,“फ्रांस में मौजूद महान धर्मों की भागीदारी के साथ पेरिस में राजनीतिक अध्ययन संस्थान द्वारा प्रस्तावित और शुरू किए गए आपके संगठन के अस्तित्व के लिए मैं ईश्वर का धन्यवाद करता हूँ। मैं आपके संस्थान का तहे दिल से प्रशंसा करता हूँ, जिसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों के सदस्यों के बीच भाईचारे के बंधन को मजबूत करना है और अनुसंधान कार्य को गहरा बनाना है। वास्तव में, आपके अध्ययन के पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में, आप प्रत्येक सदस्य के मतभेदों और मूल्यों का सम्मान करते एक स्वस्थ बहुलवाद को जीने की संभावना को प्रमाणित करते हैं।

संत पापा ने कहा,“आप धर्मनिरपेक्ष समाज में खुलेपन की भावना के साथ सार्वजनिक बहस में भाग लेने की क्षमता रखते हैं (प्रेरितिक उदबोधन इवांजेलि गौडियम, 183; 255) और, इसके अलावा, आपके बीच स्थापित बंधुत्व के लिए धन्यवाद।  विभिन्न धर्मों के विश्वासियों के बीच वार्ता, दुनिया में शांति हेतु योगदान के लिए एक आवश्यक शर्त है।” संत पापा ने उन्हें अपने मार्ग पर दृढ़ रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होने कहा कि संवाद को बढ़ावा देने के लिए उन्हें तीन मौलिक दृष्टिकोणों - पहचान का कर्तव्य, भिन्न होने का साहस और इरादों की ईमानदारी को गठबंधन करने की आवश्कता है, (सीएफ, अंतरराष्ट्रीय शांति सम्मेलन, काहिरा, अप्रैल 28, 2017)।

संत पापा ने कहा कि सच्ची बंधुता एक दूसरे के प्रति खुलेपन के दृष्टिकोण में है। जो कभी भी एक समझौता, समन्वयता की तलाश नहीं है; इसके विपरीत, वह हमेशा ईमानदारी से मतभेदों को समृद्ध करने के लिए ईमानदारी से खोजता है, ताकि उन्हें बेहतर ढंग से सम्मानित करने के लिए उन्हें समझने की इच्छा हो, क्योंकि प्रत्येक की भलाई में ही सब की भलाई है। अतः संत पापा ने उन्हें अपने रिश्तों की गुणवत्ता के साथ गवाही देने के लिए आमंत्रित किया और कहा,"धर्म कोई समस्या नहीं है बल्कि समाधान का हिस्सा है: [...] यह हमें याद दिलाता है कि शहर को बनाने के लिए आत्मा को उच्च स्तर पर उठाना जरूरी है।”(इबिद)

संत पापा ने कहा कि वे एक-दूसरे को उन पेडों के समान बनने में सहायता और समर्थन दे जो अपनी संस्कृति और परंपराओं में नीहित हैं और ऐसा करके, वे अच्छी इच्छा रखने वाले पुरुषों और महिलाओं के साथ मिलकर "हर दिन भाईचारे के ऑक्सीजन में नफरत से प्रदूषित वायु को परिवर्तित कर पायेंगे।" (इबिद)। संत पापा ने शांति और सम्मान के साथ, सामाजिक, शैक्षिक या मनोवैज्ञानिक हिंसा के किसी भी रूप के खिलाफ हर मानव जीवन की पवित्रता, शांति को बढ़ावा के लिए बैठक और संवाद की संस्कृति को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया। अंत में संत पापा ने एसोसिएशन के सभी सदस्यों के लिए ईश्वर से शांति और आशीर्वाद की कामना की।








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