2018-06-18 17:01:00

शरणार्थियों और यमनवासियों की ओर से संत पापा की अपील


वाटिकन सिटी, सोमवार 18 जून 2018 (वीआर, रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने रविवार 17 जून को वाटिकन के संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में देश-विदेश से आये तीर्थयात्रियों और विश्वासियों के साथ देवदूत की प्रार्थना का पाठ किया। इसके पश्चात यमनवासियों और शरणार्थियों के लिए अपील की।

उन्होंने कहा, "मैं यमन के लोगों की विकट परिस्थितियों के बारे अवगत हूँ" मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करता हूँ कि समस्याओं को सुलझाने के लिए वार्तालाप में शामिल सभी पार्टियाँ हर संभव प्रयास करे ताकि यमन में "पहले से ही दुखद लोगों की स्थिति और बदतर न हो।"

इतना कहने के बाद संत पापा ने यमन में शांति के लिए वहाँ उपस्थित सभी विश्वासियों को प्रार्थना करने के लिए आमंत्रित किया। संत पापा ने सभी के साथ प्रणाम मरिया प्रार्थना का पाठ किया।    

विश्व शरणार्थी दिवस

संत पापा फ्राँसिस ने सबको याद दिलाया कि 20 जून को विश्व शरणार्थी दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित किया गया है ताकि जो "संघर्ष और उत्पीड़न" के कारण अपने घरों से भागने के लिए मजबूर हैं, उन लोगों की चिंताओं और पीड़ा पर ध्यान दिया जा सके।

संत पापा ने कहा कि इस साल सरकारें शरणार्थियों पर वैश्विक समझौते को अपनाने के लिए एकसाथ मिल रहे हैं। आशा है कि जो समझौता अपनाया जाएगा वह प्रवासन को बढ़ावा देगा। प्रवासन सुरक्षित, आदेशित और कानून के तहत होगा।

संत पापा ने कहा, मुझे आशा है कि इन प्रक्रियाओं में शामिल राज्य अपने देश से भागने को मजबूर लोगों की तकलीफों और मजबूरी को समझ पायेंगे। तथा जिम्मेदारी के साथ उनकी सहायता सुरक्षा का आश्वासन दे पायेंगे। संत पापा ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, हममें से प्रत्येक शरणार्थियों के पास जाने और उनके साथ मिलकर "समाज में उनके योगदान को महत्व देने" के लिए बुलाये गये हैं ताकि उन्हें समाज में समेकित किया जा सके। संत पापा ने कहा कि इन लोगों के साथ अनौपचारिक रूप से मिलकर ही कई समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।








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