2018-06-16 15:22:00

पारिवारिक संघों के फोरम के प्रतिनिधिमंडल को संत पापा फ्राँसिस के संदेश


वाटिकन सिटी, शनिवार 16 जून 2018(रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 16 जून को वाटिकन के क्लेमेंटीन सभागार में पारिवारिक संघों के फोरम के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की, जो पारिवारिक संघों की स्थापना का 25वां वर्षगांठ मना रहे हैं।

संत पापा ने वहाँ उपस्थित सभी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए फोरम के अध्यक्ष को उनके परिचय और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दिया।  संत पापा ने 25 साल पहले पैदा हुई संघों की वास्तविकता और उद्देश्य के बारे जानने की खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह फोरम पांच सौ से अधिक संघों को एक साथ लाता है और यह वास्तव में एक नेटवर्क है जो समुदाय की सुंदरता और शक्ति को साझा करने पर प्रकाश डालता है। यह फोरम एक विशेष प्रकार का "परिवारों का परिवार" है, जिसके माध्यम से आप एक साथ रहने के आनंद का अनुभव करते हैं और साथ ही आप समुदाय की भलाई के लिए काम करते हैं। इस तरह आप संघों और व्यापक रुप से समाज की अच्छाई के लिए प्रतिबद्ध हैं।

संत पापा ने कहा,“परिवार, जिसे आप विभिन्न तरीकों से बढ़ावा देते हैं, ईश्वर की योजना के केंद्र में है, जैसा धर्मग्रंथ में मुक्ति के इतिहास में दिखाया गया है। एक रहस्यमय दिव्य योजना के लिए, पुरुष और महिला के बीच पूरकता और प्रेम उन्हें निर्माता और ईश्वर के सहयोगी बनाते हैं। ईश्वर ने उन्हें जीवन में शिशु पैदा करने, उनकी देखभाल और शिक्षा देने का कार्य सौंपा है। परिवार बच्चों के लिए येसु के प्यार, स्वर्गीय पिता के साथ उनके संबंध, वैवाहिक बंधन की पवित्रता और अविभाज्यता को घोषित करती है। ईश्वर की योजना को पूरी तरह से प्रकट करने का स्थान परिवार ही है : यह जीवन का पालना, स्वीकृति और प्यार का पहला जगह है यहाँ, हर मनुष्य की एक महत्वपूर्ण भूमिका है और यह एक खिड़की की तरह है जो स्वयं ईश्वर के रहस्य को खोलती है, त्रित्व परमेश्वर जिनके प्रेम में एकता है।

हमारी दुनिया, अक्सर व्यक्तिगत और स्वार्थी तर्कों द्वारा निर्देशित होती है, तथा स्थिर बंधनों की भावना और सुंदरता, लोगों के प्रति प्रतिबद्धता, शर्तों के बिना देखभाल, दूसरे के पक्ष में जिम्मेदारी की धारणा और उपहार को खो देता है। इस कारण से परिवार के मूल्यों को समझना मुश्किल हो जाता है और हम सामूहिक भलाई के बदले सिर्फ व्यक्तिगत लाभ को देखते हैं। इस तथ्य के बावजूद आर्थिक संकट के आखिरी सालों में परिवार ने हर किसी की जरूरतों के अनुसार संसाधनों को फिर से वितरित करने में सक्षम हुआ है।

संत पापा ने कहा कि परिवारों को पूर्ण मान्यता और पर्याप्त समर्थन नागरिक संस्थानों को पहले हितों का प्रतिनिधित्व करना चाहिए, जिन्हें ठोस और शांत परिवारों की स्थापना और विकास को प्रोत्साहित करने के लिए जिम्मेदारी दी गई है, जो अपने बच्चों की शिक्षा का ख्याल रखते हैं और उनकी कमजोरियों में उनका विशेष ख्याल रखते हैं। वास्तव में, जो परिवार के भीतर प्रामाणिक संबंधों को जीना सीखते हैं, वे स्कूल से लेकर दुनिया की दुनिया में बड़े संदर्भों में भी जीवित रहने में सक्षम होंगे; और जो लोग घर पर सम्मान और सेवा का अभ्यास करते हैं, वे समाज और दुनिया में बेहतर अभ्यास कर सकते हैं।

संत पापा ने कहा कि जागरूकता और संवाद के माध्यम से परिवारों को मजबूत समर्थन का लक्ष्य हासिल किया जाना चाहिए। संत पापा ने फोरम द्वारा पच्चीस वर्षों में लिये गये अनेक पहलों की सराहना की जिसके द्वारा उन्होंने संस्थानों के साथ विश्वास और सहयोग का रिश्ता स्थापित किया है।

संत पापा ने इसे जारी रखने का आग्रह करते हुए कहा,“ हम उन प्रस्तावों को प्रवर्तक बनायें जो परिवार की सुंदरता दिखाते हैं तथा अपने महत्व और बहुमूल्यता को पहचानने के लिए दृढ़ हैं।” संत पापा ने प्रेम की खुशी का साक्षी बनने के लिए प्रोत्साहित किया, जिसे उन्होंने अपने प्रेरितिक उदबोधन “अमोरिस लेतित्सिया” में चर्चा की है। 

संदेश को अंत में संत पापा ने फोरम के सभी सदस्यों को परिवार और जीवन की सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जारी रखने हेतु ईश्वर से आशीष की कामना की।  नासरेत का पवित्र परिवार उनके परिवारों को सुरक्षा प्रदान करे।  








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