न्यूयॉक, बुधवार 13 जून 2018 (रेई) : संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के महानिदेशक सुश्री हेनरीएटा एच. फोर ने सोमवार को न्यूयॉक स्थित मुख्यालय में सभा को संबोधित करते हुए अपने वक्तव्य में कहा कि वे इन रिपोर्टों से "बेहद चिंतित" थीं कि संयुक्त अरब अमीरात की सेनाएं जो सऊदी नेतृत्व वाली गठबंधन के हिस्से हैं, हौदी विद्रोहियों से जूझ रहे हैं, जो वर्तमान में होदेडा को नियंत्रित करते हैं और शहर को फिर से हासिल करने के लिए एक आक्रामक हमले की योजना बना रहे हैं।
2015 से दोनों पक्षों के बीच संघर्ष बढ़ गया है, जिसमें करीब 11 मिलियन बच्चों सहित 75 फीसदी यमनियों की सहायता की जरूरत है।
सोमवार को, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने न्यूयॉर्क में संवाददाताओं से कहा कि यमन के लिए विशेष दूत मार्टिन ग्रिफिथ्स के सहयोग से यमन संकट पर "गंभीर बातचीत" चल रही हैं और उम्मीद की जाती है कि सैन्य टकराव को रोका जा सकेगा। "मुझे आशा है कि होदेडा को लड़ाई से बचाना संभव होगा।”
संयुक्त राष्ट्र राहत कार्य संगठन के अध्यक्ष मार्क लोकॉक ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि "संयुक्त राष्ट्र के दर्जनों कर्मचारी" शहर में मौजूद हैं। "जबकि संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवीय संगठन अपनी मौजूदगी को फिर से व्यवस्थित कर रहे हैं, हमारी योजना, इरादा और आशा वहाँ रहने की है। हमारे पास होदेडा में अभी भी दर्जनों कर्मचारी हैं।"
यूनिसेफ की महानिदेशक सुश्री फोर ने अपने बयान में कहा कि 300,000 बच्चे होदेडा शहर में संकट में पड़े हैं। बढ़ती हिंसा और तेजी से बिगड़ती मानवीय स्थितियां बच्चों के लिए और अधिक खतरनाक स्थितियां पैदा कर रही हैं, जो पहले ही देश में खाद्य असुरक्षा, गंभीर कुपोषण के शिकार हैं। इसके अलावा, "यमन में लाखों बच्चे खाने पीने और अन्य आवश्यक सामानों पर निर्भर करते हैं वे हर दिन बंदरगाह में लेने आते हैं।”
उन्होंने कहा, "ईंधन के बिना,पीने का साफ पानी लोगों तक नहीं पहुँच सकेगा, जिससे गंदा पानी पीने से दस्त और कोलेरा के और भी मामले सामने आएंगे, जो छोटे बच्चों के लिए घातक हो सकते हैं।"
All the contents on this site are copyrighted ©. |