वाटिकन सिटी, मंगलवार, 5 जून 2018 (रेई)˸ संत पापा फ्राँसिस ने ग्वाटेमाला में 3 जून को हुए ज्वालामुखी विस्फोट के शिकार लोगों के प्रति गहन संवेदना प्रकट की।
ग्वाटेमाला की राजधानी से करीब 40 किलोमीटर दूर फ्यूएगो ज्वालामुखी में 3 जून को विस्फोट हुआ था जिसकी चपेट में आकर 62 लोगों की मौत हुई है।
वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन ने ग्वाटेमाला के प्रेरितिक राजदूत मोनसिन्योर निकोलास थेवेनिन को, संत पापा की ओर से एक संदेश प्रेषित कर कहा, "ज्वालामुखी विस्फोट की खबर सुन संत पापा अत्यन्त दुःखी हैं जिसने उस क्षेत्र के कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है तथा संसाधनों को क्षतिग्रस्त कर दिया है।" कार्डिनल ने कहा कि संत पापा मृतकों की आत्माओं की अनन्त शांति एवं इस प्राकृतिक आपदा से पीड़ित लोगों के स्वस्थ्यलाभ के लिए प्रार्थना करते हैं।
उन्होंने कहा कि संत पापा वहाँ के सभी लोगों पर एकात्मता, आध्यात्मिक शांति एवं ख्रीस्तीय आशा की कामना करते हुए उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
बीबीसी के अनुसार, ज्वालामुखी के फटने पर लाल-गर्म चट्टानों और गैस का मिश्रण, जिसे पायरोक्लास्टिक फ्लो भी कहा जाता है, पहाड़ से निकलकर बहता हुआ आस-पास के इलाकों में फैल गया, जिसे घरों में बैठे कई लोग इसमें जलकर मारे गए। सैंकड़ों लोग घायल भी हुए हैं और कई अब भी लापता हैं।
प्रभावित इलाकों के लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर अस्थाई राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं।
इससे पहले फरवरी में भी एक विस्फोट हुआ था, जिसमें निकली राख आसमान में 1.7 किलोमीटर ऊपर तक गई थी. लेकिन इस बार हुए ज्वालामुखी विस्फोट में राख बहुत ज़्यादा निकली।
All the contents on this site are copyrighted ©. |