2018-05-30 17:11:00

मास्को के ऑर्थोडोक्स कलीसिया के प्रनिधिमंडल को संत पापा का संदेश


वाटिकन सिटी, बुधवार 30 मई 2018 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन के संत पापा पॉल छठे भवन में मास्को के ऑर्थोडोक्स कलीसिया के प्रनिधिमंडल के साथ मुलाकात की।

संत पापा ने उनका सहृदय स्वागत करते हुए रोम की यात्रा और विशेष कर उनसे मुलाकात करने हेतु आने के लिए धन्यवाद दिया। संत पापा ने कहा,“ मुझे आपके साथ एकता के मार्ग में एक साथ चलने की खुशी है। यह वही मार्ग है जो हमें निश्चिता की ओर ले जाती है, क्योंकि विभाजन का मार्ग हमें युद्ध और विनाश की ओर लेती है। मैं आपके सामने इस बात को दोहराना चाहुँगा कि काथलिक कलीसिया कभी भी विभाजन से उत्पन्न होने वाले दृष्टिकोण की अनुमति नहीं देगी। मास्को (रुस) में केवल एक पितृसत्ता है और वह है आपका। मुझे दुख होता है जब रुस में कोई काथलिक लोकधर्मी,पुरोहित या धर्माध्यक्ष कलीसियाओं के एकीकरण में एकतावाद का बैनर लगाते हैं। मुझे ज्यादा खुशी तब मिलती है जब सभी आपस में मिलजुलकर विचार विमर्श करते और ख्रीस्तीय एकता के लिए काम करते हैं।

संत पापा ने प्राधिधर्माध्यक्ष किरिल से मिलकर खुशी व्यक्त करते हुए कहा,“मैं प्राधिधर्माध्यक्ष किरिल से मिलकर बहुत खुश हूँ। मुझे एक भाई मिला है और हम आध्यत्मिक रुप से साथ-साथ चलेंगे।”

संत पापा ने कहा कि अंत में मैं दो बातों को आपके सामने रखना चाहता हूँ :

 पहला- आपके प्रति काथलिक कलीसिया का संबंध। काथलिक कलीसिया को ऑत्थोडोक्स कलीसिया के आंतरिक और राजनीतिक मामलों में कभी हस्तक्षेप नहीं करनी चाहिए। यह मेरा और परमधर्मपीठ का दृष्टिकोण है।

दूसरा-धर्मिकता। हमें एक दूसरे के लिए प्रार्थना करनी चाहिए पर व्यक्तिगत तरीके से। संत पापा ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि वे प्राधिधर्माध्यक्ष द्वारा दिये संत सेराफिन के अवशेष को प्रतिदिन आदर से स्पर्श करते हैं और उनसे एकता के लिए प्रार्थना करते हैं।

संदेश के अंत में संत पापा ने उन्हें साथ-साथ चलने की शुभकामनाएँ दीं और उन्हें विदा किया।








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