2018-05-29 16:58:00

ऑस्तिया में आनन्द और मुक्ति की आशा के साथ संत पापा का इंतजार


रोम, मंगलवार, 29 मई 2018 (वाटिकन न्यूज़)˸ 3 जून को संत पापा फ्राँसिस इटली स्थित ऑस्तिया जाकर ख्रीस्त के पवित्रतम शरीर का महापर्व मनायेंगे जिसका इंतजार वहाँ के विश्वास आनन्द और मुक्ति की आशा के साथ कर रहे हैं। यह वही स्थान है जहाँ 50 वर्षों पूर्व संत पापा पौल षष्ठम ने ख्रीस्त के पवित्रतम देह (कोरपुस ख्रीस्ती) का महापर्व मनाया था।  

समुद्र के किनारे बसा यह जिला विगत कुछ वर्षों में अपराधिक संगठनों के कार्यों से प्रभावित है किन्तु वहाँ के समाज एवं काथलिकों में आशा है कि वे उससे मुक्त किये जायेगें।

संत पापा का स्वागत करने में संत मोनिका गिरजाघर के विश्वासी सबसे आगे रहेंगे जहाँ संत पापा ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे। उसके बाद वे शोभायात्रा के साथ संत बोनारिया पल्ली की ओर आगे बढ़ेंगे जो नये ऑस्तिया क्षेत्र में पड़ता है।  

संत मोनिका के पल्ली पुरोहित मोनसिन्योर जोवन्नी फालबो ने कहा कि संत पापा फ्राँसिस की यह यात्रा ऑस्तिया के प्रति उनके सामीप्य एवं प्रेम का चिन्ह है। उनके अनुसार, यह सबसे बढ़कर ऑस्तिया में हो रहे महान अच्छाई का प्रतीक है खासकर, पल्ली समुदाय का समर्पण जो उन परिवारों से भी मुलाकात करता है जहाँ आपत्ति जनक स्थिति है।

पल्ली पुरोहित ने इस बात को रेखांकित किया कि संत मोनिका समुदाय खास तैयारी कर रही है क्योंकि वहीँ पल्ली प्राँगण में ख्रीस्तयाग अर्पित किया जाएगा जैसा कि संत पापा जोन पौल द्वितीय ने 8 मई 1983 को किया था।  

फादर जोवन्नी ने वाटिकन न्यूज को बतलाया कि वहाँ हर कोई संत पापा के करीब होना चाहेंगा किन्तु संत पापा ने सलाह दी है कि ख्रीस्त के शरीर एवं यूखरिस्त संस्कार पर ध्यान केंद्रित किया जाए।

74 वर्षीय पुरोहित ने 13 जून 1968 में संत पापा पौल षष्ठम की ऐतिहासिक मुलाकात की भी याद की जब वे एक युवा पुरोहित थे। उस अवसर पर संत पापा ने संत मोनिका पल्ली गिरजाघर के मील पत्थर की आशीष की थी।








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