2018-05-23 16:25:00

संत पापा से ताइवान का रक्षा करने हेतु महाधर्माध्यक्ष का आग्रह


हॉगकॉग, बुधवार 23 मई 2018 (वीआर,रेई) : चीनी क्षेत्रीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीआरबीसी) के अध्यक्ष ने संत पापा फ्राँसिस से चीन-वाटिकन समझौते के हिस्से के रूप में ताइवान को समाप्त न करने की अपील की है।

सीआरबीसी के अध्यक्ष ताइपे के महाधर्माध्यक्ष जॉन हंग शान-चुआन ने संत पापा फ्राँसिस से आग्रह किया कि वे ताइवान को किसी भी परिस्थिति में पीछे न छोड़े।

सीआरबीसी प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने 10 साल पहले रोम अपनी आखिरी यात्रा के बाद इस वर्ष वाटिकन में संत पापा से मुलाकात की और अपने धर्मप्रांतों की प्रगति के बारे बताया।

रोम से लौटने के बाद 15 मई को रेडियो फ्री एशिया द्वारा साक्षात्कार में महाधर्माध्यक्ष हंग ने कहा कि उन्होंने बैठक में चीन-वाटिकन राजनयिक संबंधों की स्थापना के बारे में ताइवान की चिंताओं का उल्लेख किया था।

उन्होंने कहा, "जब कभी यह अफवाह सुनने को मिलती है कि वाटिकन और चीन राजनयिक संबंध स्थापित करने जा रहे हैं, तो ताइवान के 23 मिलियन देशवासी बहुत परेशान हो जाते हैं।"

उन्होंने कहा कि ताइवान आर्थिक रुप से गरीब और वंचित देश है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनाथ है, इसलिए इस देश को संत पापा द्वारा ध्यान देने की जरुरत है।

महाधर्माध्यक्ष हंग ने कहा, "मैंने संत पापा को बताया कि मुझे आशा है कि वे [वाटिकन] हमें चीन के हिस्से के रूप में न देखें और न ही हमें उनके साथ नहीं मिलायें। वे राजनयिक संबंध स्थापित कर सकते हैं, लेकिन ताइवान के अधिकारों और हितों का त्याग नहीं किया जाना चाहिए।"

रोम में सात ताइवान धर्माध्यक्षों ने पाँच वर्षीय पारम्परिक मुलाकात के दौरान 14 मई को संत पापा फ्राँसिस से मुलाकात की थी। उन्होंने उन्हें अगले मार्च ताइवान में आयोजित युखारीस्तीय कांग्रेस में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। महाधर्माध्यक्ष हंग ने कहा कि यदि संत पापा कांग्रेस में भाग नहीं ले सकते हैं तो ताइवान की कलीसिया के लिए अपना वीडियो संदेश भेजने की कृपा करें।








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