2018-05-18 12:05:00

रमादान के महीने और ईद अल फ़ित्र पर मुसलमानों को वाटिकन की शुभकामनाएँ


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 18 मई 2018 (रेई वाटिकन रेडियो): वाटिकन के परमधर्मपीठीय अन्तरधर्म सम्वाद परिषद ने शुक्रवार को एक सन्देश जारी कर रमादान के महीने के शुभारम्भ तथा आगामी ईद अल-फित्र महोत्सव के लिये समस्त विश्व के इस्लाम धर्मानुयायियों के प्रति हार्दिक शुभकामनाएँ प्रेषित की हैं।

सन्देश में कहा गया कि परमधर्मपीठीय अन्तरधर्म सम्वाद परिषद, "रमादान के महीने के महत्व तथा उपवास, प्रार्थना एवं सर्वशक्तिमान ईश्वर के वरदानों को निर्धनों में बाँटने के द्वारा सम्पूर्ण विश्व के मुसलमानों के प्रयासों की सराहना करती है तथा ईश्वर के प्रति आपकी उदारता के लिये धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आप सबके प्रति हार्दिक शुभकामनाएं अर्पित करती है।"    

सन्देश में विश्व के ख्रीस्तीय एवं मुसलमानों के बीच प्रतिस्पर्धा के परित्याग तथा परस्पर सहयोग पर बल दिया गया। कहा गया कि प्रतिस्पर्धा के भाव ने अतीत में मुसलमानों एवं ख्रीस्तीयों के बीच नकारात्मक परिणाम एवं तनाव उत्पन्न किये हैं और कुछेक प्रकरणों में हिंसा को प्रश्रय दिया है, विशेष रूप से, उन स्थितियों में जब राजनैतिक स्वार्थ के लिये धर्म के नाम पर सबकुछ का औचित्य ठहराने की कोशिशें की गई।    

वाटिकन के सन्देश में कहा गया कि इस प्रकार की प्रतिस्पर्धाएँ धर्म एवं उसके अनुयायियों की छवि को घायल करती हैं तथा यह भ्रष्ट प्रचार करती हैं कि धर्म, शांति का स्रोत न होकर तनावों एवं हिंसा का स्रोत है।   

उक्त सन्देश में कहा गया, "इन नकारात्मक परिणामों को रोकने और दूर करने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि हम अपनी विविधताओं को स्वीकार करते हुए,  उन धार्मिक एवं नैतिक मूल्यों को याद करें जो हमें एक दूसरे के क़रीब लाते हैं। ऐसा कर ही हम शांतिपूर्ण सम्बन्धों के मार्ग पर अग्रसर हो सकेंगे तथा जनकल्याण हेतु परस्पर सहयोग के लिये तैयार रहेंगे।"

रमादान के महीने और ईद अल फ़ित्र त्यौहार के दौरान विश्व के समस्त इस्लाम धर्मानुयायियों के प्रति एकात्मता का आश्वासन देते हुए वाटिकन के सन्देश में एक दूसरे के धर्म और विश्वास के प्रति सम्मान का आग्रह किया गया जिससे दोनों धर्मों के लोग एक साथ मिलकर नित्य बढ़ते बहुजातीय, बहुधार्मिक एवं बहुसांस्कृतिक मानव समाज में न्याय एवं शांति की स्थापना कर सकें तथा सृष्टिकर्त्ता ईश्वर की स्तुति कर सकें।








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