2018-05-18 11:32:00

मध्यपूर्व में शांति हेतु प्रार्थना के आह्वान के साथ संयुक्त हुए यूरोपीय धर्माध्यक्ष


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 18 मई 2018 (रेई वाटिकन रेडियो): यूरोप के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों की समिति ने स्विटज़रलैण्ड में सेंट गालेन स्थित अपने मुख्यालय से बुधवार को एक वकतव्य जारी कर मध्यपूर्व एवं, विशेष रूप से, पवित्रभूमि में जीवन रक्षा हेतु अपील की है तथा 19 मई को शांति हेतु विश्वव्यापी प्रार्थना में संलग्न होने की घोषणा की है।     

पवित्र भूमि के कलीसियाई नेताओं ने सम्पूर्ण विश्व के ख्रीस्तीयों से शांति हेतु प्रार्थना की अपील करते हुए 19 मई को प्रार्थना दिवस घोषित किया है। बुधवार को जारी अपने वकतव्य में यूरोप के काथलिक धर्माध्यक्षों ने इस पहल को समर्थन देते हुए कहा कि हर हालत में जीवन की रक्षा को सुनिश्चित्त किया जाना चाहिये।

एक अलग अपील में बुधवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने भी मध्यपूर्व में शांति की अपील करते हुए चेतावनी दी थी कि युद्ध युद्ध को भड़काता है तथा हिंसा से और अधिक हिंसा भड़कती है।  

सोमवार को इज़राएली सुरक्षा बलों द्वारा गज़ा-इज़ाराएली सीमा के निकट कम से कम 60 फिलिस्तीनियों की हत्या के बाद यह अपील की गई। फिलीस्तीनी लोग टेलावीव से जैरूसालेम में अमरीकी दूतावास के स्थानान्तरण का विरोध कर रहे थे। इस दौरान 60 लोग मारे गये तथा कई अन्य घायल हो गये।

यूरोपीय धर्माध्यक्षों के वकतव्य में कहा गया, "हम पवित्रभूमि में हुए रक्तपात की निन्दा करते हैं तथा उस क्षेत्र की काथलिक कलीसिया के साथ संयुक्त होते हुए 19 मई के लिये निर्धारित प्रार्थना दिवस में शामिल होते हैं।"

वकतव्य में कहा गया, "घृणा और हिंसा से पीड़ित मध्यपूर्व के प्रति हम अपने प्रार्थनामय सामीप्य का प्रदर्शन करते तथा जैरूसालेम में लातीनी रीति के प्राधिधर्माध्यक्ष और प्रेरितिक प्रशासक महाधर्माध्यक्ष पियरबातिस्ता पित्साबाल्ला द्वारा जारी प्रार्थना की अपील में शामिल होते हैं।"  

यूरोपीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के संघ के अध्यक्ष इताली कार्डिनल आन्जेलो बान्यास्को द्वारा हस्ताक्षरित वकतव्य में यह दृढ़ विश्वास व्यक्त किया कि शांति और मानव जीवन निर्विवाद सम्पत्ति हैं जो सभी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हितों से ऊपर हैं।








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