2018-05-16 16:02:00

चिली के धर्माध्यक्षों के लिए प्रार्थना और मनन-ध्यान करने का समय


वाटिकन सिटी, बुधवार 16 मई 2018 (रेई) : मंगलवार 15 मई अपराहन को वाटिकन के संत पौल छठे सभागृह में संत पापा फ्राँसिस ने चिली के याजकों के यौन दुराचार के संदर्भ में चिली के धर्माध्यक्षों की पहली सभा का संचालन किया। इस सभा में चौंतीस धर्माध्यक्ष उपस्थित थे।

वाटिकन प्रेस कार्यालय के एक बयान के अनुसार, संत पापा ने प्रत्येक धर्माध्यक्ष को मनन करने के लिए विषयों के साथ एक पाठ दिया। धर्माध्यक्षों को अगली बैठक तक के समय को इन विषयों पर विशेष रूप से मनन चिंतन और प्रार्थना में समर्पित करना है।"

विदित हो कि संत पापा ने चिली के याजकों द्वारा यौन दुर्व्यहार एवं कलीसिया के नेताओं की विफलता की खोज पड़ताल करने के लिए इस वर्ष के शुरु में मालटा के महाधर्माध्यक्ष चार्ल्स स्किकलुना और फादर जॉर्डि बर्टोमू फार्नोस को चिली भेजा था। उन्होंने याजकों के दुर्व्यवहार पीड़ितों से मुलाकात की और मुद्दों की खोज पड़ताल कर 2300 पेज का रिपोर्ट संत पापा को सौंपा। इस रिपोर्ट के बाद ही संत पापा ने याजक यौन दुर्व्यवहार के संकट को संबोधित करने के लिए चिली के धर्माध्यक्षों को वाटिकन बुलाया।  

संत पापा  फ्राँसिस ने "नम्रतापूर्वक" चिली में "कलीसियाई सहभागिता को फिर से स्थापित करने के लिए छोटे- मध्य और दीर्घकालिक उपायों को समझने हेतु धर्माध्यक्षों के सहयोग और सहायता का अनुरोध किया, जिससे कि जितना संभव हो सके घायल कलीसिया की मरम्मत की जा सके और दुर्व्यवहार पीड़ितों को न्याय मिल सके।  

प्रेस कार्यालय के अनुसार अगली सभा बुधवार अपराहन को होगी तथा योजनानुसार बृहस्पतिवार को दो सभा होगी।








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