2018-05-11 11:47:00

चेक एवं स्लोवाकिया के ऑर्थोडोक्स प्रतिनिधिमण्डल से सन्त पापा फ्राँसिस


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 11 मई 2018 (रेई,वाटिकन रेडियो): वाटिकन में शुक्रवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने चेक एवं स्लोवाकिया गणतंत्रों की ऑरथोडोक्स कलीसिया के प्रतिनिधिमण्डल से मुलाकात कर काथलिकों एवं ऑरथोडोक्स कलीसिया के बीच किये जा रहे एकता के प्रयासों की सराहना की।

महामहिम प्राधिधर्माध्यक्ष रातीसलाव का अभिवादन करते हुए सन्त पापा ने ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक प्रयासों में संलग्न परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष कार्डिनल कोख द्वारा विगत वर्ष चेक एवं स्लावाकिया गणतंत्रों में सम्पन्न यात्रा का स्मरण किया। उन्होंने काथलिक एवं ऑरथोडोक्स कलीसिया के बीच भ्रातृत्वपूर्ण सम्बन्धों हेतु सम्पन्न बातचीत के लिये हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।

सन्त पापा ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि प्रेरितवर सन्त पौल ने प्रभु के ख़ातिर अपना जीवन अर्पित करने से पहले रोमियों को लिखा था, "हम ऐसी बातों में लगे रहे जिन से शांति को बढ़ावा मिलता है और जिनके द्वारा हम एक दूसरे का निर्माण कर सकें।"

उन्होंने कहा कि हम भी हमारे बीच विद्यमान भ्रातृत्वपूर्ण सम्बन्धों के लिये ईश्वर के प्रति धन्यवाद दें क्योंकि ये सम्बन्ध हमें शांति को बढ़ावा देने तथा एक दूसरे का निर्माण करने हेतु प्रोत्साहित करते हैं।

सन्त पापा ने कहा कि काथलिकों एवं ऑरथोडोक्स ख्रीस्तीयों के बीच सम्बन्ध का स्रोत हमारे महान सन्त सिरिल हैं जिनकी समाधि रोम के सन्त क्लेमेन्त गिरजाघर में सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि सन्त सिरिल और सन्त मैथोदियुस पूर्व तथा पश्चिम के बीच सुसमाचार प्रचार एवं संस्कृति के सेतु हैं जिनसे हम सब भ्रातृत्व भाव एवं सहभागिता की प्रेरणा ग्रहण करते हैं।

उन्होंने कहा, "इसीलिये सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने इन महान सन्तों को यूरोप के संरक्षक घोषित किया है। इन्हीं से हम सब मिलकर प्रार्थना करें ताकि प्रभु ख्रीस्त के अनुयायी होने के नाते पूर्ण एकता के प्रयास में लगकर मानव परिवार और विश्व में शांति के प्रवर्तक बन सकें।"








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