2018-04-20 11:37:00

भूमध्य तनावपूर्ण युद्ध का नहीं अपितु आतिथेय का स्थल बने, सन्त पापा फ्राँसिस


आल्लेसानो, शुक्रवार, 20 अप्रैल 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो): सन्त पापा फ्राँसिस ने आशा व्यक्त की है कि भूमध्य सागरीय क्षेत्र कभी भी तनावपूर्ण युद्ध की कमान न बने बल्कि आतिथेय का शांतिपूर्ण स्थल बने।

शुक्रवार, 20 अप्रैल को दक्षिणी इटली के आलेसान्नो एवं बारी स्थित मोलफेत्ता की प्रेरितिक यात्रा के अवसर पर एकत्र भक्त समुदाय को सम्बोधित करते हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने ये शब्द कहे।

धर्माध्यक्ष डॉन टोनिनो बेल्लो की जन्मभूमि आलेसान्नो में एकत्र लोगों से सन्त पापा फ्राँसिस ने आग्रह किया के वे निर्धन देशों से उनके यहाँ शरण मांगने वालों के प्रति एकात्मता दर्शायें तथा धर्माध्यक्ष बेल्लो के पद चिन्हों पर चलते हुए शांतिपूर्ण समाज का निर्माण करें।

शुक्रवार को सन्त पापा ने डॉन टोनिनो बेल्लो की समाधि पर लगभग पाँच मिनटों तक मौन प्रार्थना की और उसके बाद उन्होंने उसी कब्रस्तान में धर्माध्यक्ष बेल्लो की माता जी की समाधि पर भी श्रद्धा अर्पित की।

इस अवसर पर समाधि स्थल पर सन्त पापा के साथ कलीसिया के धर्माधिकारियों के अतिरिक्त डॉन टोनिनो बेल्लो के परिवार सदस्य भी उपस्थित थे।

स्वर्गीय धर्माध्यक्ष डॉन टोनिनो बेल्लो का स्मरण करते हुए सन्त पापा ने कहा, "प्रत्येक युग में ईश्वर कलीसिया को साक्षियों और नबियों का वरदान देते हैं ताकि वे लोगों के समक्ष पुनर्जीवित प्रभु येसु ख्रीस्त के पास्काई सन्देश की घोषणा कर सकें तथा अपने जीवन उदाहरणों द्वारा लोगों को मार्गदर्शन दे सकें। इन्हीं में से एक धर्माध्यक्ष टोनिनो बेल्लो हैं जो आलेसान्नो की भूमि और उसके लोगों के लिये ईश्वर द्वारा दिया गया वरदान हैं।"

सन्त पापा ने कहा, "आलेसान्नो एवं मोलफेत्ता के लोग धर्माध्यक्ष टोनिनो की सुखद यादों अथवा अतीत में सम्पन्न कार्यों से ही सन्तोष न करें बल्कि उनके द्वारा सम्पादित कार्यों का अनुसरण कर निर्धनों, शरणार्थियों, ज़रूरतमन्दों और हाशिये पर जीवन यापन करने वाले लोगों की मदद को आगे आयें।"








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