2018-04-06 11:08:00

स्पेन के धर्मसमाजियों को सन्त पापा फ्राँसिस का सन्देश


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 6 अप्रैल 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो):  स्पेन के काथलिक धर्मसमाजी और धर्मसंघी महिलाओं एवं पुरुषों के नाम एक विडियो सन्देश जारी कर सन्त पापा फ्राँसिस ने "चुनावी प्रचार" या "विज्ञापन अभियान" के विरुद्ध चेतावनी देते हुए कहा है कि "ईश्वर की बुलाहट मार्केट की नीतियों के माध्यम से काम नहीं करती"।

स्पेन के मैडरिड शहर में स्पानी राष्ट्रीय ईशशास्त्रीय संस्था के तत्वाधान में आयोजित सम्मेलन में भाग लेने इन दिनों काथलिक धर्मबहनें एवं पुरोहित एकत्र हुए हैं। आठ अप्रैल को समाप्त होनेवाले इस सम्मेलन में इस विषय पर चिन्तन किया जा रहा है कि समर्पित जीवन को पहचानने हेतु युवा व्यक्तियों को किस प्रकार मार्गदर्शन दिया जाये।   

ईशशास्त्रीय संस्था के अध्यक्ष फादर कारलोज़ मार्तीनेज़ ओलिवेराज़ को प्रेषित सन्देश में सन्त पापा फ्राँसिस युवाओं में उनके मूल को भुला देने की प्रवृत्ति के प्रति सचेत करते हैं। उन्होंने इस तथ्य की ओर भी ध्यान आकर्षित कराया है कि स्पेन में समर्पित जीवन के प्रति बुलाहटों में कमी को दृष्टिगत रख उक्त सम्मेलन का आयोजन किया गया था। तथापि, सन्त पापा कहते हैं कि "हम केवल शिकायत करने तक ही अपने आप को सीमित नहीं कर सकते और न ही अतीत के वैभव के लिये खेद व्यक्त कर सकते हैं क्योंकि ईश्वर हमें भविष्य की ओर दृष्टि लगाने तथा उसके अनुकूल कार्य करने के लिये आमंत्रित करते हैं।  

सम्मेलन का उद्देश्य युवा व्यक्तियों एवं बुलाहटों विषय पर आगामी धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के लिये  चिन्तन करना है। सन्त पापा ने धर्मसंघियों एवं धर्मसमाजियों से आग्रह किया कि वे साहसपूर्वक युवाओं के लिये उन द्वारों को खोलें जिनमें प्रवेश कर वे अपनी ख्रीस्तीय जड़ों को पहचान सकें तथा समर्पित जीवन के प्रति आकर्षित हो सकें। इसके लिये सन्त पापा ने कहा कि युवाओं एवं बुजुर्गों के बीच अन्तर-पीढ़ी सम्वाद को पुनर्स्थापित किया जाना नितान्त आवश्यक है।    

उन्होंने कहा "सतत् प्रार्थना तथा साक्ष्य द्वारा युवाओं की चिन्ताओं एवं उनकी आकाक्षाओं पर ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है।"








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