सेओल, शुक्रवार, 6 अप्रैल 2018 (ऊका समाचार.कॉम): सन्त पापा फ्राँसिस ने जेजू विद्रोह की 70 वीं बरसी मनाने वाले कोरिया के लोगों के नाम एक सन्देश प्रेषित किया है। इस विद्रोह में 10,000 से अधिक नागरिक हत्या के शिकार हुए थे।
कोरियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन द्वारा प्रकाशित सन्त पापा के सन्देश में, सन्त पापा फ्राँसिस की ओर से, वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पियेत्रो पारोलीन ने लिखा, "सन्त पापा की आशा है कि यह अवसर कोरिया के लोगों के बीच चंगाई एवं पुनर्मिलन का सुअवसर सिद्ध होगा।"
"कोरिया के प्रिय लोगों को शांति की रानी मरियम की मध्यस्थता के सिपुर्द करते हुए, मैं अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन देता हूँ जिससे सभी आशा में सुदृढ़ बने रहे।"
कोरियाई प्रायद्वीप के विभाजन के बाद, 3 अप्रैल को जेजू के दक्षिणी द्वीप पर साम्यवादियों द्वारा विद्रोह हुआ था। सन् 1948 में भड़के इस विद्रोह में, मुख्य रूप से, सुरक्षा बलों ने नागरिकों पर बर्बर अत्याचार किया। जापानी उपनिवेश शासन से मुक्ति के बाद यह विद्रोह कोरिया के वैचारिक विभाजन का हिस्सा बना जो सन् 1948 से 1954 तक जारी रहा।
विगत वर्ष सरकार समर्थित एक समिति ने पाया कि उक्त विद्रोह में 10,244 लोग मारे गये थे जबकि विद्रोह के समय केवल साढ़े तीन हज़ार लोगों के हताहत होने की सूचना दी गई थी। सन् 1990 तक यह स्वीकार नहीं किया गया था कि सुरक्षा बल ही नरसंहार में लगे थे।
कोरियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के एक अधिकारी ने कहा, "सन्त पापा द्वारा इस अवसर पर सन्देश भेजा जाना अद्वितीय बात है क्योंकि स्थानीय कलीसिया भी इस प्रश्न पर ध्यान केन्द्रित कर रही है।"
कोरियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की न्याय एवं शांति सम्बन्धी समिति ने पहली अप्रैल से 07 अप्रैल तक, 03 अप्रैल के जेजू विद्रोह के स्मरणार्थ, विशिष्ट कार्यक्रमों का आयोजन किया है।
सेओल के मेओंगडॉन्ग स्थित महागिरजाघर में इस उपलक्ष्य में सम्मेलन के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष हिगीनुस ही-जोंग ने ख्रीस्तयाग अर्पित किया जिसमें हज़ारों श्रद्धालु उपस्थित हुए।
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