2018-04-01 10:24:00

जैरूसालेम के ख्रीस्तीय नेताओं का पास्का सन्देश


जैरूसालेम, रविवार, 1 अप्रैल 2018 (रेई वाटिकन रेडियो): जैरूसालेम के 13 ख्रीस्तीय नेताओं ने पास्का महापर्व के उपलक्ष्य में जारी एक सन्देश में इसराएल एवं फिलीस्तीनी क्षेत्रों सहित सम्पूर्ण विश्व में प्रताड़ित लोगों के लिये प्रार्थना की है कि सभी पीड़ित, प्रभु येसु के क्रूस में, आशा, शांति एवं जीवन की खोज करें।    

जैरूसालेम के ख्रीस्तीय नेताओं का संयुक्त सन्देश शुक्रवार को प्रकाशित किया गया जिस दिन इसराएली-गज़ा सीमा पर इसराएलियों एवं फिलिस्तियों के बीच हिंसा भड़क उठी थी।

जैरूसालेम के काथलिक महाधर्माध्यक्ष पियरबातिस्ता पित्साबाल्ला तथा पवित्रभूमि की रक्षा करनेवाले फ्राँसिसी धर्मसमाज के फादर फ्राँन्चेस्को पातोन भी संयुक्त सन्देश जारी करनेवालों में शामिल हैं। प्रभु येसु का क्रूस आशा, शांति एवं जीवन का मार्ग है कहते हुए ख्रीस्तीय नेताओं ने प्रार्थना की और कहा, "सर्वशक्तिमान ईश्वर से हम याचना करते हैं कि क्रूस के रास्ते पर चलनेवालों को उसमें आशा, शांति एवं जीवन मिले।"     

उन्होंने कहा, "शांतिपूर्वक अपने दुख उठानेवाले पवित्र भूमि के लोगों एवं सम्पूर्ण विश्व के लोगों के लिये हम प्रार्थना करते हैं। हम उन सबके लिये प्रार्थना करते हैं जो मौन रहकर दुख सह रहे हैं, शरणार्थी हैं, पनाह की याचना कर रहे हैं, विस्थापित हैं, अत्याचार सह रहे हैं, हाशिये पर जीवन यापन कर रहे हैं, हिंसा के शिकार बन रहे हैं, भेदभाव सह रहे हैं तथा न्याय एवं पुनर्मिलन के लिये संघर्षरत हैं।"

जैरूसालेम को आशा और पुनःरुत्थान का शहर निरूपित कर उन्होंने कहा, "इस शहर की पवित्र एवं आध्यात्मिक प्रकृति इस भूमि एवं सम्पूर्ण विश्व के लोगों के लिये आशा, शांति और जीवन की किरण है।"  

उन्होंने आशा व्यक्त की पवित्र भूमि के सभी लोग ख्रीस्त के पुनःरुत्थान में अपने विश्वास से सहअस्तित्व, न्याय एवं शांतिपूर्ण समाज के निर्माण में सफल हो सकेंगे।








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