2018-02-02 12:31:00

हिंसा विषय पर अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन को सन्त पापा फ्राँसिस का सम्बोधन


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 2 फरवरी 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन में शुक्रवार 02 फरवरी को हिंसा पर आयोजित अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन के प्रतिभागियों को सम्बोधित कर सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि हिंसा हर यथार्थ धार्मिक अभिव्यक्ति से इनकार करती है इसलिये हर प्रकार की हिंसा की निन्दा करना हम सब का दायित्व है। 

मिस्र में विगत वर्ष अपनी यात्रा के दौरान कहे शब्दों को दुहराते हुए सन्त पापा ने कहा, "ईश्वर जीवन के प्रेमी है जो मनुष्य से निरन्तर प्रेम करते हैं और इसलिये हिंसा के मार्ग के परित्याग हेतु हमारा आह्वान करते तथा इसे अस्वीकार करने हेतु हमें प्रेरित करते हैं।"

उन्होंने कहा, "हमारे इस युग में यह सर्वोपरि है कि सभी धर्म इस अनिवार्यता का सम्मान करें तथा हिंसा को उचित ठहराने वाली समस्त दलीलों का बहिष्कार करें इसलिये कि हिंसा हर प्रामाणिक धार्मिक अभिव्यक्ति को नकारती है ... हमारा दायित्व है कि हम मानव प्रतिष्ठा एवं मानवाधिकार के हर अतिक्रमण की निंदा करें तथा धर्म के नाम पर भड़काई जानेवाली घृणा का बहिष्कार करें।"

सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा, "धर्म के नाम पर भड़काई गई हिंसा धर्म को ही बदनाम करती है, इसलिये सभी के द्वारा हिंसा का खण्डन किया जाना चाहिये, विशेष रूप से, उन लोगों द्वारा जो धर्म के अध्यक्ष अथवा धार्मिक नेता हैं और जो यह भली प्रकार जानते हैं कि ईश्वर सदैव भलाई, दया एवं प्रेम हैं और उनमें घृणा, प्रतिशोध एवं विद्धेष के लिये कोई जगह नहीं है।"








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