2018-01-23 15:49:00

चिली एवं पेरू की यात्रा से लौटते हुए विमान में पत्रकारों से संत पापा की बातचीत


विमान, मंगलवार, 23 जनवरी 2018 (रेई): संत पापा फ्राँसिस चिली एवं पेरू की प्रेरितिक यात्रा समाप्त कर सोमवार 22 जनवरी को सकुशल रोम लौटे। लीमा से रोम लौटते वक्त विमान में उन्होंने पत्रकारों से कई मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने पत्रकारों से चिली एवं पेरू में लोगों द्वारा गर्मजोशी के साथ उनके स्वागत तथा धर्माध्यक्ष बार्रोस पर सवाल, विमान में विवाह संस्कार का अनुष्ठान एवं दक्षिणी अमरीकी सरकार की उदार नीति आदि विषयों पर चर्चा की।   

13 घंटे की विमान यात्रा में संत पापा ने पत्रकारों से कहा कि वे वहाँ के लोगों के उत्साह से बहुत प्रभावित हुए, खासकर, उनका विश्वास अविश्वसनीय था।

उन्होंने कहा कि पूरी यात्रा में कई भावपूर्ण अवसर आये। उन्होंने लीमा के पालमास एयर बेस में अंतिम ख्रीस्तयाग समारोह की याद की जहाँ एक मिलियन से भी अधिक लोग उपस्थित थे। उसी तरह चिली में भी लोगों ने उनके प्रति अत्यधिक स्नेह प्रकट किये।

संत पापा ने बतलाया कि सांतियागो के कैदखाने में कैदी महिलाओं से मुलाकात उनके लिए हृदयस्पर्शी था। उन्होंने कहा, "उन महिलाओं को देखना जो अपने जीवन में सुसमाचार की शक्ति द्वारा परिवर्तन लाकर समाज में पुनः लौटती हैं उसने मुझे छू लिया।" संत पापा ने पोएरतो मालदोनादो एवं अमेजन के लोगों तथा पेरू में ‘लिटल प्रिंस बाल केंद्र’ में बच्चे-बच्चियों के साथ मुलाकात को भी हृदयस्पर्शी कहा। 

धर्माध्यक्ष बार्रोस

चिली के धर्माध्यक्ष जुवान बार्रोस पर पत्रकारों के सवाल का उत्तर देते हुए संत पापा ने यह कहते हुए धर्माध्यक्ष के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया कि आरोपों को साबित करने के लिए उसके पास कोई साबूत नहीं थे।

संत पापा ने स्वीकार किया कि उनकी बातों ने शोषण के शिकार लोगों को चोट पहुँची है अतः उन्होंने माफी मांगते हुए कहा, "मैं क्षमा मांगता हूँ कि यदि मैंने अनजाने में उन्हें दुःख पहुँचायी है।" उन्होंने इस बात पर बल दिया कि दुःख देना उनकी मनसा नहीं थी। संत पापा ने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने उपयुक्त शब्दों का चुनाव नहीं किया था और यह भी कहा कि जब तक उनके खिलाफ सही साबुत नहीं मिल जाते धर्माध्यक्ष बार्रोस अपने पद पर बने रहेंगे।

नाबालिकों की सुरक्षा के लिए गठित परमधर्मपीठीय समिति   

पत्रकारों ने संत पापा से कार्डिनल ओ माल्ले पर भी प्रश्न किया जो नाबालिकों के लिए गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष हैं। समिति का फरमान पत्र दिसम्बर 2017 में समाप्त हो चुका है और अब तक नवीकृत नहीं किया गया है। संत पापा से प्रश्न किया गया कि क्या इसका नाबालिकों की सुरक्षा की कोई प्राथमिकता नहीं रह गयी है। इस पर संत पापा ने कहा कि संत पापा बेनेडिक्ट सोलहवें के शासन काल से ही इस पर शुन्य सहनशक्ति (जीरो टोलेरेंस) का कदम उठाया गया है। उन्होंने इस पहल में कमीशन के कार्यों की सराहना की और कहा कि यह कार्य जारी रहेगा। फिलहाल समिति में सदस्यों के नवीनीकरण की प्रक्रिया जारी रहने के कारण इसमें कुछ समय लग रहा है।

विमान पर विवाह संस्कार

पत्रकारों ने चिली में संत पापा द्वारा विमान पर विवाह के अनुष्ठान पर भी प्रश्न किया, जिसपर संत पापा ने कहा कि "उन्होंने दम्पति से कई सवाल किये और पाया कि उनके सम्पूर्ण जीवन के लिए उनके उत्तर स्पष्ट थे। उन्होंने बतलाया कि दम्पति ने विवाह के पूर्व उन सारी प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया था जिन्हें किया जाना चाहिए।" संत पापा ने कहा कि दम्पति तैयार थी और उन्होंने उनसे विवाह संस्कार के अनुष्ठान का आग्रह किया। अपने उत्तर में संत पापा ने इस बात को स्पष्ट किया कि संस्कार मानव के लिए हैं, जैसा कि येसु ने कहा है, विश्राम दिवस मनुष्यों के लिए है न कि मनुष्य विश्राम दिवस के लिए। संत पापा ने पुनः कहा कि उनके हर शर्त स्पष्ट थे और इसलिए जिसको आज सम्पन्न किया जा सकता है उसे क्यों नहीं किया जाना चाहिए।

वाटिकन प्रवक्ता ग्रेग बर्क ने संत पापा की बातों की पुष्टि देते हुए कहा कि संत पापा विवाह की मान्यता पर जोर देते हैं। उन्होंने कहा, "सब कुछ आधिकारिक था। वहाँ साक्षी और दस्तावेज भी थे।"

अन्य मुद्दे

विमान में प्रेस सम्मेलन के दौरान कई अन्य विषयों पर भी चर्चा हुई जिसमें पर्यावरण की नीतियों पर सवाल जो मनुष्य की सुरक्षा के साथ प्रकृति की सुरक्षा के विपरीत है तथा दक्षिण अमरीका में बुराईयों को उखाड़ फेंकने की आवश्यकता प्रमुख थे।

संत पापा ने कहा कि हंडुरियन धर्माध्यक्ष द्वारा कलीसिया के फंडों के दुरुपयोग के आरोपों के विषय में प्रश्न के उत्तर में, कार्डिनल माराडियागो की टिप्पणियों में उन्हें जोड़ने के लिए कुछ नहीं है। चिली में राजनीतिक परिस्थिति एवं उदार नीतियों के संबंध में संत पापा ने कहा कि ध्यान पूर्वक इसके विभिन्न मामलों पर विचार किया जाना चाहिए।








All the contents on this site are copyrighted ©.