2018-01-20 09:53:00

पेरु की देशज जातियों ने किया सन्त पापा फ्राँसिस का स्वागत


पुएरतो मालदोनादो, शनिवार, 20 जनवरी 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो): पेरु के एमाज़ोन क्षेत्र में शुक्रवार को पारम्परिक और रंग-बिरंगे परिधान धारण किये देशज जाति के पुरुषों, महिलाओं एवं बच्चों ने सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा फ्राँसिस का हार्दिक स्वागत कर उनसे आग्रह किया कि एमाज़ोन क्षेत्र की पर्यावर्णीय सुरक्षा के लिये वे उनकी मदद करें।

सन्त पापा फ्राँसिस चिली एवं पेरु में अपनी सात दिवसीय प्रेरितिक यात्रा के अन्तिम चरण में पहुँच चुके हैं। सोमवार 15 जनवरी को वे इस यात्रा के लिये रोम से रवाना हुए थे तथा रविवार 21 जनवरी को यात्रा सम्पन्न कर सोमवार 22 जनवरी को पुनः रोम लौट रहे हैं। इटली से बाहर सन्त पापा फ्राँसिस की यह 22 वीं विदेश यात्रा है।

शुक्रवार को सन्त पापा फ्राँसिस कड़कती धूप में पुएरतो मालदोनादो पधारे जहाँ मार्गों के ओर छोर भागते हुए, जयनारे लगाते हुए तथा वाटिकन एवं पेरु के ध्वज फहराते हुए देशज लोगों ने अपने बीच उनका भव्य स्वागत किया।

देशज नेता एडविन वासकेज़ ने सम्वाददाताओं से कहा, "हमारे साथ होने की उनकी अभिलाषा एमाज़ोन के देशज समुदायों के साथ एक ऐतिहासिक पुनर्मिलन का संकेत देती है। हमारे ख्याल से यह आगे बढ़ने के लिये उपयुक्त और सही कदम है।" 

अवैध स्वर्ण खनन और खेती के विस्तार के साथ-साथ नई सड़कों और बांधों ने हजारों एकड़ हरित वनों को को बंजर और प्रदूषित भूमि में बदल दिया है। इसी पृष्ठभूमि में सन्त पापा फ्राँसिस की प्रेरितिक यात्रा को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इससे पहले सन्त पापा फ्राँसिस  ने एमाज़ोन वनों को "हमारी धरती के फेफड़े" निरूपित कर एमाजोन की सुरक्षा हेतु विश्व के नेताओं का आह्वान किया था।

इस सप्ताह सन्त पापा फ्राँसिस को भेजे एक पत्र में पेरु के तीन प्रमुख देशज समुदायों के नेताओं ने उनसे निवेदन किया था कि वे लगभग पाँच करोड़ एकड़ भूमि को पुनः देशज लोगों को लौटाये जाने हेतु उनके अभियान को समर्थन दें। उन्होंने सन्त पापा से यह भी आग्रह किया कि अवैध सोने के खनन से प्रदूषित हुई नदियों की सफाई हेतु भी वे पेरु की सरकार पर दबाव डालें।

शुक्रवार को पेरु के पुएरतो मालदोनादो में यह कहते हुए कि बड़े पैमाने पर जारी औद्योगिक गतिविधियाँ तथा उपभोक्तावादी लोभ सम्पूर्ण ग्रह के प्राकृतिक आवास  का विनाश नहीं कर सकते, सन्त पापा देशज जातियों के लोगों तथा एमाज़ोन में पर्यावरण की सुरक्षा का आह्वान किया।

पेरु के जैव विविध एमाज़ोन क्षेत्र स्थित पुएरतो मालदोनादो के कोलीसियुम में शुक्रवार को सन्त पापा ने पेरु की लगभग 20 देशज जातियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर उन्हें अपना सन्देश प्रदान किया। अनेक रंग बिरंगी पारम्परिक पोशाकें और पंखों से सजी टोपियाँ धारण किये हुए थे जो सन्त पापा के सन्देश के बीच-बीच में तालिय़ाँ बजा बजाकर अपनी सहमति व्यक्त कर रहे थे।

इस अवसर पर सन्त पापा ने कहा, "सभी के लिये सृष्टिकर्ता द्वारा सृजित वस्तुओं का उपयोग केवल कुछेक उपभोक्तावादी एवं लोभी लोगों के लिये नहीं किया जा सकता। विशाल पैमाने पर जारी विनाश की हर योजना से मानवजाति की रक्षा हेतु सीमाओं को निर्धारित किया जाना नितान्त आवश्यक है।" 








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