2018-01-11 15:32:00

संवेदनशीलता


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 11 जनवरी 2018 (रेई): मानव एक अति संवेदनशील प्राणी है वह दूसरों के कष्टों को देखकर तुरन्त द्रवित हो जाता और उनकी मदद हेतु आगे बढ़ता है किन्तु जब उसमें स्वार्थ हावी हो जाता उसकी संवेदनशीलता धूमिल हो जाती है जिसके कारण वह दूसरों की परिस्थिति से प्रभावित नहीं हो पाता।

संत पापा ने 11 जनवरी को एक ट्वीट प्रेषित कर संवेदनशीलता के गुण में बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने लिखा, "यदि हम उन लोगों के दुःख को महसूस करने में विफल हो जाते हैं जो पीड़ित हैं, चाहे वे अलग धर्म, भाषा अथवा संस्कृति के ही क्यों न हों, हमें अपनी इंसानियत पर सवाल करना चाहिए।"








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