2017-12-23 13:46:00

रोहिंग्या शरणार्थियों की सहायता हेतु एमओएएस ने की अपील


वाटिकन रेडियो, शनिवार, 23 दिसम्बर 2017 (वीआर) : मानवतावादी संगठन एमओएएस ‘द माइग्रेंट ऑफशोर एन्ड स्टेशन’ ने क्रिसमस के अवसर पर बांग्लादेश में अस्थायी शिविरों के रोहिंग्या शरणार्थियों की चिकित्सा सहायता, टीकाकरण और बीमार लोगों की सहायता हेतु अपील की है जहां डिफ्थीरिया महामारी का खतरा बढ़ रहा है।

 एमओएएस संगठन के सह-संस्थापक और निदेशक, रेजिना कैटार्मबोन ने वाटिकन संवाददाता लिंडा बोर्डो से रोहिंग्यों के संकट के बारे में बात की और उनकी सहायता हेतु सभी लोगों से अपील की हैं।

उन्होंने बताया कि बांग्लादेश के शिविरों में रोहिंग्या शरणार्थियों में डिप्थीरिया के तेजी से फैलने और पीड़ितों के चिकित्सा सेवा में समस्या का सामना कर रहे हैं।

विदित हो कि देश के सुरक्षा बलों द्वारा हिंसात्मक दमन के बाद हाल के महीनों में करीब छ लाख पचास हजार से भी अधिक रोहिंग्या पड़ोसी बांग्लादेश में शरण लेने आ गए हैं।

बांग्लादेश की अपनी हाल की प्रेरितिक यात्रा के दौरान संत पापा फ्राँसिस ने कुछ रोहिंग्या लोगों से मुलाकात की। उन्होंने रोहिंग्या लोगों के उत्पीड़न की निंदा की और उन लोगों के लिए माफी मांगी जिन्होंने उन्हें भयानक तकलीफ और नुकसान पहुंचाया है साथ ही उनके प्रति उदासीनता के लिए भी माफी मांगी।  

एमओएएस संगठन की निदेशिका रेजिना ने बताया कि कि फिलहाल एमओएएस शामलपुर और उन्चीपरगांग में दो क्लिनिक चला रही है जहां प्रत्येक क्लीनिक में हर दिन चिकित्सा स्टाफ द्वारा कम से कम 300 लोगों का इलाज किया जाता है।

रेजीना ने बताया कि डिप्थीरिया के नए गंभीर प्रकोप के प्रकाश में आये हैं और संगठन टीकाकरण के साथ बांग्लादेश सरकार को भी महत्वपूर्ण समर्थन प्रदान कर रही है।

उन्होंने कहा कि अस्थायी शिविरों में स्वास्थ्य सेवा महत्वपूर्ण है "क्योंकि स्वास्थ्य की स्थिति बहुत खराब है और बच्चों में यह बीमारी तेजी से फैल रही है।

इस समय इतने सारे लोगों का इलाज और दवाओं की लागत काफी अधिक है इन परिस्थितियों का सामना करने के लिए उन्होंने सभी लोगों से कुछ न कुछ दान देकर मदद करने की अपील की।  








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