2017-11-23 16:15:00

संत पापा की प्रेरितिक यात्रा की तैयारी में बांग्लादेश की कलीसिया


बांग्लादेश, बृहस्पतिवार, 23 नवम्बर 17 (वीआर अंग्रेजी): दो एशियाई देशों में संत पापा फ्राँसिस की आगामी प्रेरितिक यात्रा 26 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक होने वाली है। म्यानमार एवं बांग्लादेश दोनों ही देशों में काथलिकों की संख्या बहुत कम है। म्यानमार बौद्ध एवं बांग्लादेश मुस्लिम बहुत देश हैं।

बांग्लादेश में काथलिकों की संख्या मात्र 3,50,000 है जो वहाँ की कुल आबादी का 0.2 प्रतिशत है जबकि मुसलमानों की औसत संख्या 90 प्रतिशत एवं हिन्दूओं की संख्या 10 प्रतिशत है। देश में धर्मनिरपेक्ष संविधान लागू है।

बांग्लादेश एवं वहाँ की कलीसिया किस तरह संत पापा फ्राँसिस के आगमन की तैयारी कर रही है इसके उत्तर में ढाका के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल पैट्रिक डी रोजारियो ने कहा कि तैयारियाँ सही तरीके से चल रही हैं। देश के आठों धर्मप्रांत अपने प्रतिनिधियों को देश की राजधानी ढाका भेजेंगे, खासकर, ख्रीस्तयाग समारोह में भाग लेने के लिए। कार्डिनल ने बतलाया कि कलीसिया संत पापा की यात्रा हेतु आध्यात्मिक तैयारी भी कर रही है। हर पल्ली और परिवार में प्रार्थना की जा रही है। लघु ख्रीस्तीय समुदाय अपने आपको प्रार्थना एवं ख्रीस्तयाग में भाग लेने के माध्यम से तैयार कर रहा है।

प्रेरितिक यात्रा हेतु व्यवस्था के लिए 20 समितियों का गठन किया गया है जिसमें 12 राष्ट्रीय स्तर पर एवं 8 धर्मप्रांतीय स्तर पर। 1 दिसम्बर को जब संत पापा खुले आसमान के नीचे ख्रीस्तयाग का अनुष्ठान करेंगे तब करीब 80,000 से 100,000 श्रद्धालुओं के जमा होने की आशा की जा रही है।  

कार्डिनल ने कहा कि वे सौहार्द एवं शांति की विषयवस्तु पर अपने आप को तैयार कर रहे हैं जो बांग्लादेश में संत पापा की प्रेरितिक यात्रा का आदर्श वाक्य है। कार्डिनल ने वहाँ के लोगों की ओर से संत पापा के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की कि वे उनके प्रति प्राथमिकता एवं प्रेम प्रकट करते हुए उनके देश की यात्रा कर रहे हैं।

74 वर्षीय कार्डिनल ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हासिना के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त की जिन्होंने काथलिक धर्माध्यक्षों के साथ संत पापा को बांग्लादेश निमंत्रित करने का बीड़ा उठाया। 








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