2017-11-13 15:52:00

बुराईयाँ हृदयों को चोट पहुँचाती तथा आशा को नष्ट करती हैं, संत पापा


वाटिकन सिटी, सोमवार,13 नवम्बर 2017 (रेई) : ″बुराईयाँ हमारे हृदयों को चोट पहुँचाती है, हमारी आशा को नष्ट कर देती तथा हममें भ्रम पैदा करती है। संत पापा फ्राँसिस ने आज अपने प्रेरितिक निवास संत मार्था के प्रार्थनालय में पवित्र मिस्सा के दौरान प्रवचन में कही। संत पापा ने संत लूकस के सुसमाचार से येसु के वचनों को फिर से दुहराते हुए कहा,″प्रलोभन अनिवार्य है, किन्तु धिक्कार उस मनुष्य को, जो प्रलोभन का कारण बनता है।" इसलिए अपने चेलों को चेतावनी देते हुए कहा, "सावधान रहो!"

संत पापा ने कहा, "हमें दूसरों के लिए प्रलोभन का कारण बनने से सावधान रहना चहिए। बुरे उदाहरण खराब हैं क्योंकि यह हमारे हृदयों को चोट पहुँचाती है और ईश्वर के लोगों की कमजोरी पर आघात पहुंचाते हैं। बहुधा इससे हुए घाव हमारे जीवन में नासूर बनकर रह जाते हैं और हमें दुःख देते हैं। ये बुराई हमें केवल चोट ही नहीं पहँचाती परंतु यह हत्या करने में भी सक्षम है: आशा की हत्या, भ्रम की हत्या, परिवारों की हत्या, बहुत सारे हृदयों की हत्या....।"

संत पापा ने कहा "अपने आप को सावधान रखें।" यह सभी के लिए एक चेतावनी है,  विशेष रुप से जो अपने को ख्रीस्तीय तो कहते हैं पर वे गैर-ख्रीस्तीयों के समान जीते हैं। यह "ईश्वर के लोगों के लिए बुरा उदाहरण" है।

कितने ही ख्रीस्तीय अपनी सामंजस्यहीनता का उदाहरण देते हुए लोगों को अपनी सामंजस्यहीनता से वंचित करते हैं: ख्रीस्तीयों का परस्पर-विरोध सबसे आसान हथियारों में से एक है जिसके माध्यम से शैतान ईश्वर के लोगों को कमजोर करता है और ईश्वर से लोगों के दूर ले जाता है। वे कहते कुछ हैं पर करते कुछ और।

संत पापा ने कहा, ″आज येसु हमसे कहते हैं कि हम ईश्वर और धन दो स्वामियों की सेवा नहीं कर सकते। जो पुरोहित धन या रुपये के पीछे हैं, वे अपने लोगों के लिए बुराई का कारण बनते हैं। आइये हम अपने आप की जाँच करें और ईमानदारी से अपनी कमजोरियों को स्वीकार करते हुए बुराईयों से बचे रहने और परीक्षाओं पर जीत पाने के लिए पिता ईश्वर से प्रार्थना करें।″  








All the contents on this site are copyrighted ©.