2017-11-07 16:12:00

वाटिकन में परमाणु निरस्त्रीकरण पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 7 नवम्बर 2017 (रेई): वाटिकन के समग्र मानव विकास को प्रोत्साहन देने हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के तत्वधान में, वाटिकन स्थित नये सिनॉड हॉल में आगामी 10 एवं 11 नवम्बर को "परमाणु हथियारों से मुक्त विश्व और निरस्त्रीकरण की संभावनाओं" पर एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। 

समग्र मानव विकास को प्रोत्साहन देने हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल पीटर टर्कसन ने कहा कि संगोष्ठी का आयोजन, विश्व शांति एवं सृष्टि के संसाधनों का प्रयोग सतत् विकास के लिए तथा बिना भेदभाव के सभी देशों एवं व्यक्तियों के जीवन स्तर में बढ़ोतरी लाने  जैसे संत पापा फ्राँसिस की प्राथमिकताओं के प्रत्युत्तर में किया गया है।

7 नवम्बर को वाटिकन प्रेस द्वारा जारी एक वक्तव्य में कहा गया कि 7 जुलाई 2017 को न्यूयॉर्क में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के 122 देशों द्वारा "परमाणु हथियारों के निषेध पर संधि" पर हस्ताक्षर किये जाने के उपरांत, वाटिकन के इस सम्मेलन ने सबसे पहले संगोष्ठी का आयोजन किया है।

प्रेस विज्ञाप्ति में जानकारी दी गयी कि अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में 11 नोबेल शांति पुरस्कार विजेता, संयुक्त राष्ट्र एवं नाटो के प्रमुख प्रतिनिधि, रूस, अमरीका, दक्षिणी कोरिया और ईरान के राजनयिक, साथ ही साथ हथियारों के शीर्ष विशेषज्ञ, बड़े संगठनों एवं नागरिक समाज संगठनों के शीर्ष भाग लेंगे। 

विभिन्न ख्रीस्तीय समुदायों के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों तथा अन्य धर्मों के प्रतिनिधि, अमरीका एवं रूस के विश्वविद्यालयों से वरिष्ठ प्रोफेसरों एवं विद्यार्थियों के प्रतिनिधि भी वाटिकन के इस आयोजन में भाग लेंगे।  

सभा में एक अत्यन्त खास व्यक्ति भी उपस्थित होंगे जो निहोन हिदानक्यो के उप महासचिव मासाओ वादा हैं जो हिरोसिमा में परमाणु हमले से सुरक्षित बच गये थे वे परमाणु हथियार एवं उसके अभ्यास के शिकार लोगों का प्रतिनिधित्व करेंगे।

परमधर्मपीठ की ओर से वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन तथा समग्र मानव विकास को प्रोत्साहन देने हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल पीटर टर्कसन भाग लेंगे।

सम्मेलन के प्रतिभागियों से संत पापा 10 नवम्बर को 12 बजे वाटिकन स्थित क्लेमेंटीन सभागार में मुलाकात करेंगे। जहाँ वे उन्हें सम्बोधित भी करेंगे।

सम्मेलन को इटली के राजदूतावास, जर्मनी के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन, जापान के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन, शांति के लिए अंतःविषय विज्ञान केंद्र, पीसा का विश्वविद्यालय, परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन विश्वविद्यालय, अंतरराष्ट्रीय शांति अध्ययन हेतु क्रोक संस्थान, केओफ़ स्कूल ऑफ ग्लोबल अफेयर्स, माजदा मोटर यूरोप जीएमबीएच, नोट्रडम विश्वविद्यालय, परमाणु भय प्रयास, विज्ञान और विश्व मामलों के बारे में पगवाश सम्मेलन, सेनज़ाटोमिका, सोका गाक्काई अंतरराष्ट्रीय, निरस्त्रीकरण ऑनलुस के वैज्ञानिकों के संघ का समर्थन प्राप्त है।

 

 








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