2017-11-03 11:57:00

सिरियाई चिकित्सकों ने सन्त पापा फ्राँसिस के साथ किये अपने अनुभव साझा


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 3 नवम्बर 2017 (रेई, वाटिकन रेडियो): सिरिया के सर्वाधिक ख़तरनाक क्षेत्रों में सेवारत सिरियाई अमरीकी मैडिकल सोसाईटी के दो डॉक्टरों ने 25 अक्टूबर को सन्त पापा फ्राँसिस से मुलाकात कर अपने अनुभवों को उनके साथ साझा किया। इस मुलाकात के दौरान सन्त पापा ने उनसे कहा कि वे सिरिया से प्रेम करते हैं तथा प्रति दिन सिरियाई बच्चों के लिये प्रार्थना करते हैं। 

सिरियाई सैन्य बल सन् 2011 से सरकार विरोधी विद्रोहियों तथा कथित इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों से लड़ रहे हैं।

डॉ. आयमन तथा डॉ. नूर, दोनों इस समय सिरिया के इदलिब में सेवारत हैं जहाँ इस समय भी सशस्त्र संघर्ष जारी है तथा ख़तरनाक परिस्थितियों में काम करना पड़ता है।

सन्त पापा से मुलाकात के बाद डॉ. आयमन ने वाटिकन रेडियो से कहा, "इदलिब में डॉक्टर होना लड़ाका होने की तुलना में कहीं अधिक ख़तरनाक है।" उन्होंने कहा कि अस्पतालों को जानबूझकर निशाना बनाया जाता है।"

सिरियाई अमरीकी मैडिकल सोसाईटी पूर्णतः ग़ैरसरकारी संस्थाओं की मदद पर निर्भर है तथा सिरिया में अस्पतालों के अलावा कई स्कूल एवं स्वास्थ्य केन्द्रों का संचालन करती है। 

बाल विशेषज्ञ डॉक्टर नूर ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि सैकड़ों बच्चे अपने माता- पिता को खो चुके हैं तथा अनवरत जारी हिंसा को देखने के लिये बाध्य हैं। उऩका कहना है कि जिन बच्चों के साथ वे काम करती हैं उनमें से 80 से लेकर 90 प्रतिशत तक के बच्चे मानसिक विकारों के शिकार होते हैं जिन्हें मनोवैज्ञानिक एवं मनश्चिकित्सक उपचार की नितान्त आवश्यकता है।

डॉ. नूर ने कहा, "एक दस वर्षीया बच्ची जिसके साथ मैं काम करती हूँ वह तीन उससे छोटे बच्चों को सम्भाल रही है। बच्ची की माँ लड़ाई में मारी गई जिसके बाद पिता ने घर का परित्याग कर दिया।"

डॉ. आयमन ने कहा, "दिन-ब-दिन सिरिया की हालत बिगड़ती जा रही है। हमें युद्ध को रोकना होगा क्योंकि लोग अब थक चुके हैं, वे सामान्य जीवन जीना चाहते हैं।"








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