2017-10-12 16:49:00

विश्व दृष्टि दिवस 2017 पर कार्डिनल टर्कसन का संदेश


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 12 अक्तूबर 2017 (रेई): समग्र मानव विकास के लिए गठित परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष कार्डिनल पीटर टर्कसन ने 12 अक्तूबर, विश्व दृष्टि दिवस 2017 के उपलक्ष्य में प्रेषित अपने संदेश में कहा है कि दृष्टि के अधिकार को एक वैश्विक नियम और नैतिक कर्तव्य के रूप में घोषित करना आवश्यक है। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए कलीसिया ने विश्व के सभी काथलिक अस्पतालों एवं अंधत्व से संबंधित सबसे महत्वपूर्ण गैर-सरकारी संगठनों के अनुभवों से सहायता एवं सहभागिता की मांग की है।

विश्व दृष्टि दिवस की घोषणा विश्व का ध्यान अंधापन और दृष्टि दोष की ओर खींचने के लिए किया गया है। यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू एच ओ), अंधापन दूर करने हेतु अंतरराष्ट्रीय एजेंसी (आई ए बी पी) तथा विश्व नेत्रहीन संघ की संयुक्त पहल द्वारा प्रोत्साहित है जिसकी विषयवस्तु इस वर्ष है, ″दृष्टि को महत्व″।

अंधापन के खिलाफ संघर्ष करने वालों को प्रोत्साहन देते हुए कार्डिनल टर्कसन ने कहा कि एक बड़ी संख्या में लोग अंधापन एवं दृष्टि दोष से प्रभावित हैं। जिसके लिए उन्होंने कहा कि हम नेत्रहीनों की समस्याओं के प्रति उदासीन नहीं रह सकते। उन्होंने गौर किया कि पाँच में से चार मामलों में अंधापन का रोकथाम या इलाज सम्भव है जिसमें से 90 प्रतिशत गरीब देशों के हैं जहाँ दो में से एक बच्चा अंधा होने के एक साल के अंदर मृत्यु का शिकार होता है।

‎कार्डिनल ने कहा कि जीने के लिए बहुधा शर्त होती है अच्छी दृष्टि  की। उन्होंने कहा कि एक अंधा एवं दृष्टि दोष वाले व्यक्ति का जीवन, खासकर, जब गरीबी की स्थिति से जुड़ा होता है उसे हाशिये पर जीने हेतु मजबूर कर दे सकता है तथा उसे सम्पूर्ण जीवन को ही खतरे में डाल सकता है।

समग्र मानव विकास हेतु परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष ने रेखांकित किया कि येसु के पदचिन्हों पर चलकर, काथलिक कलीसिया ने प्रेम से नेत्रहीन लोगों की देखभाल की है, चिकित्सा हेतु ढांचा तैयार करने का प्रयास किया है एवं सार्वजनिक, निजी और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के प्रयासों को प्रोत्साहन देने के लिए उनसे सहयोग किया है।

सुसमाचार से प्रेरित एवं वैश्विक कार्य योजना 2014-19 ″विश्व नेत्र स्वास्थ्य″ का प्रत्युत्तर देते हुए कार्डिनल टर्कसन ने कहा कि वैश्विक स्वास्थ्य असमानताओं को संबोधित करते हुए परिषद, नवम्बर 2017 को वाटिकन में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करेगी।

संत पापा फ्राँसिस ने भी आमदर्शन समारोह के दौरान ″विश्व दृष्टि दिवस″ के उपलक्ष्य में सम्बोधित करते हुए कहा था, ″मैं उन लोगों को अपनी प्रार्थना एवं सामीप्य का आश्वासन देता हूँ जो नेत्रहीन हैं एवं दृष्टि दोष से ग्रसित हैं।″








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