2017-10-07 15:52:00

अपने पापों पर लज्जा महसूस करना ईश्वर की कृपा, संत पापा


वाटिकन सिटी, शनिवार, 7 अक्तूबर 2017 (रेई): यह कोई नहीं कह सकता कि में बिलकुल सही हूँ अथवा मैं उसके समान नहीं हूँ। हम अपने को ‘पापी’ कह सकते हैं। संत पापा ने यह बात वाटिकन स्थित प्रेरितिक आवास संत मर्था में ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए प्रवचन में मानव के पापी स्वभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा जिसके लिए पश्चाताप की आवश्यकता है।

शुक्रवार को नबी बारूक के ग्रंथ से लिए गये पाठ पर चिंतन करते हुए संत पापा ने कहा कि ईश्वर न्यायी हैं और हम लज्जित।

सभी पापी हैं

संत पापा ने कहा, ″पुरोहित, राजा, नेता और पिता सभी पापी हैं। हम पापी हैं क्योंकि ईश्वर ने हमें जो करने को कहा हमने उसके ठीक विपरीत काम किया है। उन्होंने माता-पिता, परिवार एवं शिक्षकों के माध्यम से, कलीसिया में, उपदेशों द्वारा और हमारे हृदयों में हमसे बातें की हैं।″

संत पापा ने पाप के बारे बतलाया कि यह एक विद्रोह है, एक हठ, जो हमारे हृदय को प्रतिदिन छोटे छोटे चीजों के द्वारा अनुचित की ओर झुकाता है, उदाहरण के लिए, ईर्ष्या, घृणा और खासकर, झूठी निंदा जिसे दूसरों को नष्ट करने के लिए हृदय के युद्ध की संज्ञा दी गयी है। नबी बारूक के अनुसार यह पाप है क्योंकि इसमें कई बुराईयाँ हैं। संत पापा ने कहा कि पाप हृदय, जीवन और आत्मा को कमजोर और बीमार बनाकर नष्ट कर देता है। पाप हमेशा ईश्वर के साथ संबंध के विरूद्ध जाता है। 

पाप के प्रति लज्जा चंगाई का द्वार खोलता है

संत पापा ने कहा कि पाप उस दाग के समान नहीं है जो ड्राई क्लिनर से साफ हो जाता है किन्तु यह असीम भले ईश्वर के विरूद्ध बुरा विद्रोह है। यदि कोई पाप को इस तरह देखता है तब वह निराशा के बदले लज्जा महसूस करेगा। उन्होंने कहा कि बारूक के अनुसार यह ईश्वर की कृपा है। यही लज्जा चंगाई का द्वार खोलता है।

संत पापा ने सभी विश्वासियों को निमंत्रण दिया कि हम ईश्वर के सामने अपने पापों के लिए लज्जा महसूस करें और चंगाई हेतु प्रार्थना करें। जब प्रभु हमें देखेंगे कि हम अपने पापों के लिए लज्जित हैं और दीनता पूर्वक उसके लिए क्षमा मांग रहे हैं तब वे हमें अपनी बाहों में उठा लेंगे एवं क्षमा प्रदान करेंगे। संत पापा ने सभी से अपील की कि हम उनकी दया और क्षमा के लिए उनके प्रति कृतज्ञ व्यक्त करें।








All the contents on this site are copyrighted ©.