2017-09-23 17:24:00

ईशवचन पर मनन-चिंतन को विशेष महत्व दें, ट्रैप्पीस्ट से संत पापा


वाटिकन सिटी, शनिवार, 23 सितम्बर 2017 (रेई): संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार, 23 सितम्बर को वाटिकन स्थित क्लेमेंटीन सभागार में एकान्त मठवासी धर्मसमाज ‘ऑर्डर ऑफ सिसस्टरसियन ऑफ द स्ट्रीक्ट ऑबसेरवेशन’ (ट्रैप्पीस्ट) के 230 सदस्यों से मुलाकात की जो 6 से 27 तक असीसी में चल रहे धर्मसमाज की आमसभा में भाग ले रहे हैं।  

संत पापा ने उन्होंने सम्बोधित कर स्मरण दिलाया कि इन दिनों वे चिंतन एवं अनुभवों को एक दूसरे से साझा करते हुए, वर्तमान समय की आवश्यकता पर ध्यान रखकर अपनी बुलाहट एवं समर्पण को अधिक सच्चाई से जीने के लिए लक्ष्य एवं मार्ग को पहचानने हेतु बुलाये गये हैं ताकि वे अध्यवसायी प्रार्थना, संयम और उदारता में एकता का साक्ष्य दे सकें।

संत पापा ने मठवासी धर्मबहनों एवं धर्मबंधुओं को सलाह दी कि वे ईशवचन पर मनन-चिंतन की प्रार्थना को विशेष महत्व दें जो कि प्रार्थना का स्रोत एवं ध्यान-मनन का स्कूल है। उन्होंने कहा, ″चिंतनशील होने के लिए निष्ठा एवं दृढ़ यात्रा की जरूरत होती है, प्रार्थना के व्यक्ति बनने के लिए उससे भी बढ़कर प्रभु के प्रति प्रेम एवं उनकी मित्रता में बढ़ने की आवश्यकता है।

सिसस्टरसियन के बृहद परिवार की स्थापना 1098 में संत बेनेडिक्ट की आध्यात्मिकता पर की गयी थी जिसमें वे भाइयों अथवा बहनों के समुदाय में येसु ख्रीस्त के द्वारा ईश्वर के साथ घनिष्ठ संबंध स्थापित करने की कोशिश करते हैं। वे माता मरियम को समर्पित होते हैं।

संत पापा ने कहा, ″अपने पूरे इतिहास में आपका धर्मसमाज, कठिनाई की घड़ी में भी निष्ठापूर्वक दृढ़ बने रहने के कारण कृपा के समय के रूप में जाना जाता है। इसका उद्देश्य हमेशा ईश्वर की महिमा तथा लोगों की भलाई रहे।″  

संत पापा ने उन्होंने प्रोत्साहन दिया कि वे कलीसिया एवं समाज में अपनी विशिष्टता का साक्ष्य देते रहें।

 

 








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