2017-09-19 17:20:00

विवाह एवं परिवार विज्ञान हेतु नये संस्थान की स्थापना


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 19 सितम्बर 2017 (वीआर अंग्रेजी): सन्त पापा फ्राँसिस ने, मंगलवार, 19 सितम्बर को “मोतू प्रोप्रियो”अर्थात् स्वप्रेरणा से रचित पत्र की घोषणा कर विवाह एवं परिवार विज्ञान के अध्ययन हेतु अपने पूर्वाधिकारी द्वारा 1981 में स्थापित संस्था का नवीनीकरण कर एक नये परमधर्मपीठीय संस्था की स्थापना की।

मोतू प्रोप्रियो में संत पापा ने घोषित किया कि विवाह एवं परिवार विज्ञान पर हाल में हुए सिनॉड एवं प्रेरितिक प्रबोधन अमोरिस लेतित्सिया के कार्यों को आगे ले जाने हेतु संत पापा जोन पौल द्वितीय परमधर्मपीठीय संस्था का नवीनीकरण किया गया है।

संस्था द्वारा किये गये महत्वपूर्ण कार्यों पर गौर करते हुए जो 1980 में परिवार पर सिनॉड के दौरान स्थापित किया गया था, संत पापा फ्राँसिस का कहना है कि 2014 और 2015 में हुए सिनॉड में नई प्रेरितिक चुनौतियों के प्रति जागरूकता लायी गयी है जिसका प्रत्युत्तर देने हेतु ख्रीस्तीय समुदाय बुलाये गये हैं।

उन्होंने कहा कि समकालीन मानव-विज्ञान और सांस्कृतिक परिवर्तन, एक विविध और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण की मांग करती है जिसे भूत के प्रेरितिक एवं मिशनरी कार्यों में सीमित कर नहीं रखा जा सकता। बल्कि हमें उन पृष्ठभूमियों पर अपने विश्वास की व्याख्या कर सकना चाहिए जहाँ व्यक्ति को परिवार की जटिलताओं में पहले की तुलना में कम समर्थन दिया जा रहा है। संत पापा ने कहा कि हमें ख्रीस्त की शिक्षा को पारिवारिक जीवन के प्रकाश एवं अंधकार में लोगों के बीच यथार्थवाद, ज्ञान और प्रेम के साथ प्रचार किया जाना चाहिए।

संत पापा फ्राँसिस के पूर्वाधिकारी द्वारा स्थापित संस्थान की तरह, यह संस्थान भी परमधर्मपीठीय लातेरन विश्वविद्यालय का हिस्सा बन कर काम करना जारी रखेगा। यह काथलिक शिक्षा संबंधी परमधर्मपीठीय धर्मसंघ, जीवन रक्षा के लिए परमधर्मपीठीय अकादमी तथा लोकधर्मी, परिवार एवं जीवन के नये परिषद के साथ परमधर्मपीठ से करीबी से जुड़ा रहेगा। 

संस्था जिसे शीघ्र शुरू किया जाएगा विवाह एवं परिवार विज्ञान में विद्यार्थियों को डिप्लोमा, लाईसेनसेट और डॉक्ट्रेड की पढ़ाई हेतु अवसर प्रदान करेगा।

 








All the contents on this site are copyrighted ©.