2017-09-14 15:33:00

अपहरणकर्ताओं ने दवा प्रदान की, कभी दुर्व्यवहार नहीं किया : फादर टोम


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 14 सितम्बर 2017 (ऊकान): सलेशियन फादर टोम उजहून्नलिल जो इस्लामी अपहरणकर्ताओं से रिहा हुए है, कहा कि वे उन्हें बुरा नहीं मानते।  उन्होंने मधुमेह की बीमारी के कारण गंभीर स्थित में उन्हें दवा प्रदान की।

फादर टोम रिहाई के बाद वाटिकन में सलेशियन पुरोहितों के समुदाय में रखे गये हैं।

सलेशियन धर्मसमाज के समाचार सेवा रिपोर्ट में फादर टोम के द्वारा की गयी बातचीत को प्रस्तुत किया गया है जिसमें फादर टोम ने बतलाया है कि बंदी बनकर रहने की इस पूरी अवधि में उन्होंने धर्मविधि ग्रंथ एवं मिस्सा के प्रमुख सामग्रियों के अभाव में भी प्रतिदिन ख्रीस्तयाग अर्पित किया तथा बाईबिल के पाठों को याद करने की कोशिश की।  

फादर टोम ने अपने कैदी अवस्था की विस्तृत जानकारी दिये बगैर शांत भाव से पूछे गये सवालों का उत्तर दिया। उन्होंने याद किया कि वे अदन में मिशनरीस ऑफ चैरिटी समुदाय के प्रार्थनालय से अपहरण कर लिये गये थे।

उन्होंने कहा, ″अपहरणकर्ताओं ने कभी दुर्व्यवहार नहीं किया तथा शरीर के तेजी से गिरने की स्थिति के कारण उन्होंने मधुमेह की दवाई भी देना आरम्भ किया।″   

उन्होंने बतलाया कि पूरी अवधि वे एक ही कपड़े में रहे। अपहरणकर्ता जो अरबी भाषा बोलते थे वे टूटी-फूटी अंग्रेजी में उनके साथ बातें करते थे। उन्हें दो तीन बार स्थानांतरित किया गया किन्तु हमेशा आँखों पर पट्टी बांधकर उन्हें ले जाया गया। 

फादर टोम ने कहा, ″मुझे कभी नहीं लगा कि मैं मार दिया जाऊँगा।″ वाटिकन स्थित अपने समुदाय पहुँचकर फादर टोम ख्रीस्तयाग अर्पित करना चाहते थे किन्तु मेडिकल जाँच की आवश्यकता को देखते हुए इसे स्थगित किया गया। फिर भी, स्वास्थ्य देखभाल के कर्मचारियों के आने से पहले, उन्होंने पाप स्वीकार किया, जो जाहिर है कि वे 18 महीनों के अपहरण के दौरान नहीं कर सके थे।

केरल के विदेश मंत्री वी. के. सिंह ने बुधवार को कहा कि फादर टोम की रिहाई हेतु कोई फिरौती की रकम भुगतान नहीं की गयी है।








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