जेनेवा, बुधवार,13 सितम्बर 2017 (वीआर रेडियो) : वाटिकन राजनायिक प्रतिनिधि ने मंगलवार को व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीटीएडी) के सहयोग और अंतर्राष्ट्रीय एकता पर आधारित "निष्पक्ष बहुपक्षीय संबंधों की नई संस्कृति" की मांग की।
संयुक्त राष्ट्र संघ में परमधर्मपीठ के स्थायी पर्यवेक्षक महाधर्माध्यक्ष इवान यूर्कोविच ने जेनेवा में श्रम, पर्यावरण संरक्षण और पारदर्शिता के उच्च स्तर को बढ़ावा देने में क्षेत्रीय व्यापार समझौतों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि नैरोबी माफिकियानो, विकसित और विकासशील देशों के बीच क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग को मजबूत करने, साथ ही साथ, समावेशी उत्पादन और सतत विकास को बढ़ावा देने में क्षेत्रीय एकीकरण के महत्व पर प्रकाश डालता है। क्षेत्रीय एकीकरण, व्यापार अवरोधों को कम करने, नीति सुधारों को लागू करने, व्यापारिक लागत में कमी तथा क्षेत्रीय और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में विकासशील देश की भागीदारी को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण उत्प्रेरक हो सकता है। इसके बावजूद, इस आधुनिक व्यापार और मुक्त व्यापार को नहीं भुलाया जाना चाहिए, "अगर उन्होंने बहुत से लोगों के लिए गरीबी कम कर दी है, तो अक्सर बड़े पैमाने पर सामाजिक बहिष्कार होते हैं।"
क्षेत्रीय व्यापार समझौते विकासशील देशों को धीरे-धीरे मुक्त व्यापार प्रतियोगिता की वृद्धि के लिए समायोजित करने में सहायता कर सकते हैं हालांकि, हमें याद करना चाहिए, जैसा कि संत पापा पॉल छठे ने पुष्टि की, "मुक्त व्यापार को सिर्फ तभी बुलाया जा सकता है जब वह सामाजिक न्याय की मांगों के अनुरूप हो।”
महाधर्माध्यक्ष इवान ने अनुचित व्यापारिक संबंधों के जोखिम के बारे में चेतावनी दी जो गरीबी, तस्करी और दासता में वृद्धि तथा अपने देशों के आर्थिक जीवन में भाग लेने से गरीब और कमजोर लोगों का बहिष्कार करती है। विश्व व्यापार संबंधों में एक नई भावना को आकार देने में यूएनसीटीएडी मौलिक भूमिका निभा सकते हैं। दुनिया की जरूरत अब, पहले से कहीं ज्यादा, सहयोग और अंतर्राष्ट्रीय एकता पर आधारित निष्पक्ष बहुपक्षीय संबंधों की एक नई संस्कृति की है। यह विकास के बारे में एक अनिश्चित और प्रभावी बातचीत के लिए एक अवसर और जगह होने के लिए यूएनसीटीएडी की स्थायी भूमिका होनी चाहिए।
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