2017-09-11 11:29:00

एकता की अपील कर सन्त पापा फ्राँसिस ने की कोलोम्बियाई यात्रा समाप्त


कार्तागेना, कोलोम्बिया, रविवार, 11 सितम्बर 2017 (रेई, वाटिकन रेडियो): अफ्रीकी गुलामों की सेवा करने वाले एक साथी जेसुइट पुरोहित सन्त पीटर क्लावेर का सम्मान कर रविवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने कोलोम्बिया में अपनी पाँच दिवसीय प्रेरितिक यात्रा समाप्त की। कोलोम्बिया के लोगों से उन्होंने आग्रह किया कि वे एकजुट होकर न्याय पर आधारित शांतिपूर्ण भविष्य के लिए काम करने का साहस जुटायें ताकि कोलोम्बियाई समाज में व्याप्त असमानता के स्थान पर आशा एवं भ्रातृत्व को जगह मिले।

काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु कोलोम्बिया में अपनी पाँच दिवसीय प्रेरितिक यात्रा समाप्त कर सोमवार को पुनः रोम लौटे। कोलोम्बियाई यात्रा का अन्तिम दिन सन्त पापा फ्राँसिस ने राजधानी बोगोटा से लगभग 650 किलो मीटर की दूरी पर स्थित कार्तागेना शहर में व्यतीत किया।

कार्तागेना हवाईअड्डे से सन्त फ्राँसिस असीसी चौक तक लगभग चार किलो मीटर की दूरी सन्त पापा ने अपनी पारदर्शी पापामोबिल से तय की। इसी दौरान भारी जनसमुदाय के बीच से गुज़रते समय एक छोटी सी दुर्घटना में उनका चेहरा पापामोबिल के डण्डे से टकरा गया और उन्हें आँख के ऊपरी हिस्से तथा गाल की हड्डी पर चोट लग गई। वाटिकन ने इस विषय में बताया कि सन्त पापा की तुरन्त उपचार किया गया जिसके बाद उन्होंने अपनी यात्रा के सभी निर्धारित कार्यक्रम यथावत सम्पन्न किये।

कार्तागेना स्थित सन्त फ्राँसिस असीसी चौक में रविवार को सर्वप्रथम उन्होंने दो कल्याणकारी  आश्रमों की आधारशिला पर आशीष दी। इनमें से एक आश्रम मानव तस्करी के शिकार बने लोगों के लिये तथा दूसरा आश्रम बेघर लोगों को आश्रय देने के उद्देश्य से स्थापित किया जा रहा है। ये दोनों ही आश्रम "तलिथा कुम" नामक अन्तरराष्ट्रीय धर्मसमाजी संगठन द्वारा स्थापित किये जा रहे हैं। मानव तस्करी, मानव शोषण एवं वेश्यावृत्ति के विरुद्ध इस धर्मसमाजी संगठन का स्थापना सन् 2009 में की गई थी। नवीन आश्रमों की आधारशिलाओं पर आशीर्वाद देने के उपरान्त सन्त पापा ने चौक के निकट स्थित एक 77 वर्षीया महिला की भेंट की जो विगत 50 वर्षों से निर्धनों के लिये भोजन बनाने के नेक कार्य में लगी है। तदोपरान्त, सन्त पापा, सन्त फ्राँसिस असीसी चौक से सात किलो मीटर दूर स्थित सन्त पीटर क्लावेर गिरजाघर गये। गिरजाघर 17 वीं शताब्दी के स्पेनी येसु धर्मसमाजी पुरोहित फादर पीटर क्लावेर को समर्पित रखा गया है जिन्हें "अश्वेतों के प्रेरित" कहा जाता है। पीटर क्लावेर स्पेन द्वारा दक्षिणी अमरीका में काम करने के लिये लाये गये गुलामों के अधिकारों की रक्षा के लिये विख्यात हो गये हैं। सन्त पापा लियो 23 वें द्वारा येसु धर्मसमाजी पीटर क्लावेर सन्त घोषित किये गये थे। पीटर क्लावेर के पवित्र अवशेषों को सुरक्षित रखनेवाला यह गिरजाघर आज एक संग्रहालय बन गया है जिसनें पीटर क्लावेर को समर्पित एक आराधनालय भी है। इस गिरजाघर के प्राँगण में सन्त पापा फ्राँसिस ने हज़ारों श्रद्धालुओं के साथ रविवार को मध्यान्ह देवदूत प्रार्थना का पाठ किया तथा अपना सन्देश दिया।     

 देवदूत प्रार्थना के पाठ के बाद सन्त पापा फ्राँसिस ने वेनेज़्यूएला से काथलिक धर्माध्यक्षों के साथ आये एक प्रतिनिधिमण्डल का विशेष अभिवादन किया तथा देश में राजनैतिक स्थायित्व एवं शांति की अपील की। इन्हीं लोगों में वेनेज़्यूएला के सैकड़ों निष्कासित लोग भी शामिल थे जिन्होंने कोलोम्बिया में शरण ली है। वेनेज़्यूएला के लोगों से सन्त पापा ने कहा, "मैं लातीनी अमरीका के समस्त देशों और विशेष रूप से पड़ोसी देश वेनेज़्यूएला को अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन देता हूँ।"  राजनैतिक जीवन में हर प्रकार की हिंसा को समाप्त किये जाने तथा वर्तमान गम्भीर संकट का शांतिपूर्ण समाधान पाने का उन्होंने आर्त निवेदन किया जिसका दुष्परिणाम सभी को और, विशेष रूप से, समाज के निर्धन वर्ग को भोगना पड़ता है। 








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