2017-08-31 16:23:00

ईश्वर एवं पड़ोसी के साथ हमारा संबंध


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 31 अगस्त 17 (रेई): जब हम अपने हृदय पर ध्यान देते हैं तब हमें पता चलता है कि हमारा संबंध लोगों के साथ एवं ईश्वर के साथ कैसा है क्योंकि हृदय ही वह स्थान है जहाँ प्रवेश कर हम ईश्वर से बातचीत कर सकते हैं एवं दूसरों की आवश्यकताओं को भी समझ सकते हैं।

एक व्यक्ति को अपने दैनिक जीवन में इतने सारे कार्य करने पड़ते हैं जिसके कारण वह बहुधा इसके लिए समय नहीं निकाल पाता है। फल यह होता है कि वह ईश्वर और पड़ोसियों, साथ ही साथ प्रकृति से भी अपनी दूरी बना लेता है। वह अपनी आवश्यकताओं तक ही सीमित हो जाता है। उसे सभी अजनबी प्रतीत होते हैं। यदि इस पर अधिक दिनों तक ध्यान न दिया जाए तो दूसरों के साथ दूरी इतनी बढ़ जाती है कि उन्हें हानि पहुँचाने में भी उसे दर्द महसूस नहीं होती है।

संत पापा फ्राँसिस ने बृहस्पतिवार 31 अगस्त को एक ट्वीट संदेश प्रेषित कर अपने हृदय पर गौर करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने संदेश में लिखा, ″यदि आप अपने हृदय पर ध्यान देंगे तो अपने आपको प्रभु और दूसरों के करीब पायेंगे।″








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