2017-08-23 16:09:00

प्रभु गुलामी के शिकार लोगों के करीब हैं


वाटिकन सिटी, बुधवार, 23 अगस्त 2017 (रेई): विश्व के इतिहास में दास प्रथा एक बहुत बड़ा कलंक है जिसपर काफी प्रयासों के बाद अब काबू पाया जा रहा है। लोग आज जानवरों की तरह खरीदे अथवा बेचे नहीं जाते हैं।

दास प्रथा में भले ही काफी हद तक काबू पाया जा चुका है किन्तु कई ऐसे लोग हैं जो आज भी मानव तस्करी एवं शोषण के शिकार होने के कारण दासों के समान जीना रहे है। संत पापा ने इस समस्या को नयी तरह की गुलामी कहा है।

संयुक्त राष्ट्र ने मनुष्यों के बीच में से हर प्रकार की दासता को दूर करने के उद्देश्य से 23 अगस्त को विश्व दासता दिवस घोषित किया है।

इस अवसर पर संत पापा ने एक ट्वीट संदेश प्रेषित कर कहा, ″प्रभु उन सभी लोगों के करीब हैं जो पुरानी अथवा नई प्रकार की गुलामी- अमानवीय श्रम, गैरकानूनी तस्करी एवं शोषण आदि के शिकार हैं।″

 

 

 








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