दीमापुर, मंगलवार, 15 अगस्त 2017 (ऊकान): कोहिमा के धर्माध्यक्ष जेम्स थोप्पिल ने 15 अगस्त को, नागा के राजनीतिक मामलों में शांतिपूर्ण समाधान हेतु एक विशेष प्रार्थना दिवस के रूप में मनाये जाने की अपील की है।
धर्माध्यक्ष ने 13 अगस्त को एक प्रेस विज्ञाप्ति जारी कर कहा, ″मुझे यकीन है कि हम नागा की समस्या के राजनीतिक समाधान का इंतजार कर रहे हैं और 'ढांचा समझौता' जिसे भारत सरकार ने नागा राष्ट्रीय नेताओं के साथ हस्ताक्षर किया है उसका अनुपालन कर रहे हैं। शांति समझौता महत्वपूर्ण वक्त और चौराहे पर खड़ा है तथा मालूम नहीं कि आगे क्या होगा, किस ओर मुड़ना होगा, किस पर विश्वास एवं भरोसा रखना होगा, क्या आशा करना एवं किस तरह सहभागी होना होगा।″
नागा विद्रोहियों और सरकार के बीच वर्तमान संघर्ष विराम समझौता 31 अगस्त को समाप्त हो जाएगा।
धर्माध्यक्ष ने कहा, ″अंधकार एवं अनिश्चितताओं के इन्हीं क्षणों में हमें ईश्वर के प्रकाश, मार्गदर्शन एवं प्रेरणा की आवश्यकता है। यह हमें पवित्र आत्मा के प्रति चौकस एवं उदार रहने के द्वारा मिल सकती है जो प्रार्थना से आती है।″
नागालैंड तथा काथलिक समुदाय की ओर से यह अपील की गयी है कि ईश्वर के मार्गदर्शन हेतु प्रार्थना में सभी उनके साथ हों।
प्रेस विज्ञाप्ति में कहा गया है कि काथलिक कलीसिया 15 अगस्त को माता मरियम के स्वार्गोदग्रहण दिवस के अवसर पर एक विशेष प्रार्थना दिवस के रूप में मना रही है।
कहा गया कि हम इस दिन सभी नेताओं के लिए प्रार्थना करते हैं कि वे हमारे समाज के निर्माण हेतु पवित्र आत्मा से संचालित हों, हमारे आपसी संबंधों को सुदृढ़ करें तथा माता मरियम की मध्यस्थता द्वारा सभी लोगों के बीच मेल-मिलाप एवं शांति ला सकें।
काथलिक कलीसिया के अलावे नागालैंड की अन्य कलीसियाओं ने भी दीमापुर में 18 से 27 अगस्त तक चेन प्रार्थना की घोषणा की है।
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