वाटिकन रेडियो, 04 अगस्त 2017 (वीआर) संत पापा फ्रांसिस ने जापान के क्योटो में आयोजित हो रही 30वीं अन्तरधार्मिक प्रार्थना संगोष्ठी हेतु अपना पत्र प्रेषित किया।
उन्होंने अपने प्रेषित पत्र में लिखा, “मैं आपार हर्ष के साथ आप, विभिन्न धर्मों के गणमान्य प्रतिनिधियों को अपनी स्नेहमय शुभकामनाएँ प्रेषित करता हूँ। आप प्रार्थना करें और शांति स्थापना हेतु एक साथ मिलकर कार्य करें।”
संत पापा के द्वारा प्रेषित पत्र, तेन्दाई बौद्ध धर्म के सर्वोच्च पुरोहित मान्यवर कोई मोरीकावा ने नाम था जिनके साथ काथलिक कलीसिया के सार्वभौमिक धर्मगुरु की मुलाकात व्यक्तिगत रूप से वाटिकन में 16 सितम्बर सन् 2016 को हुई थी।
ज्ञात हो कि इस वार्षिक धार्मिक संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य विश्व के विभिन्न धर्मो के साथ वार्ता और मित्रता की भावना को प्रेरित करना है जिससे सभी धर्म मानव परिवार हेतु शांति के मार्ग का चुनाव कर सकें।
संत पापा ने अपने पत्र में कहा, “प्रार्थना हमें शांति स्थापना हेतु प्रेरित करती और हमें इसके लिए प्रयत्नशील बने रहते हैं क्योंकि यह हममें एक दूसरे के प्रति आदर और सम्मान के भाव जागृति करता है, यह हमारे बीच प्रेम के बंधन को प्रगाढ़ बनाता और अन्यों के साथ भातृत्व की भावना बनाये रखने में मदद करता है।”
संत पापा द्वारा प्रेषित पत्र हाँगकाँग के सेवानिवृत्त कार्डिनल जोन ताँग हाँन ने नाम था जिन्होंने इसे पढ़ कर सभी प्रतिभागियों को सुनाया।
इस वार्षिक प्रार्थना संगोष्ठी का समापन सन 1945 हिरोशिमा में गिराये गये परमाणु बम की यादगारी में 6 अगस्त को किया जायेगा।
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