2017-07-24 15:29:00

संत पापा ने येरूशलेम हिंसा के बाद वार्ता हेतु अपील की


वाटिकन सिटी, सोमवार 23 जुलाई 2017 (वा. रेडियो) : संत पापा फ्राँसिस ने येरूशलेम के  ‘मंदिर पर्वत’ पर हिंसा और हत्याओं की घटना के बाद क्षमा और वार्ता की अपील की।

संत पापा ने रविवार को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में उपस्थित हजारों तीर्थयात्रियों और विश्वासियों से देवदूत प्रार्थना के उपरांत कहा कि वे "येरूशलेम में पिछले दिनों के गंभीर तनाव और हिंसा की धटनाओं से अवगत हैं।″

पिछले सप्ताह अरब बंदूकधारियों ने ‘मंदिर पर्वत’ से गोलीबारी की,जो यहूदी और मुसलमानों का पवित्र स्थान है। जिसमें दो इस्राइली पुलिस अधिकारियों की मौत हो गई और गलियों में हुई झड़प और हिंसा में तीन फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और अनेक फिलिस्तीनी घायल हो गये थे। एक फिलिस्तीनी ने इस्राइली परिवार के तीन सदस्यों को चाकू मारकर हत्या कर दी।

संत पापा ने कहा, इन घटनाओं के बाद “मैं हृदय से ‘क्षमा और वार्ता’ हेतु अपील व्यक्त करने की आवश्यकता महसूस करता हूँ।" साथ ही संत पापा ने वहाँ उपस्थित विश्वासी समुदाय को अपने साथ प्रार्थना करने हेतु आमंत्रित किया जिससे कि ईश्वर सभी पक्षों को सुलह और शांति के प्रस्तावों के साथ आने के लिए प्रेरित करें।

इस घटना के बाद पवित्र स्थल के नज़दीक तनाव काफी बढ़ चुका है.

पवित्र स्थल में दाख़िल होने के रास्ते पर इसराइली अधिकारियों ने मेटल डिटेक्टर और कैमरे लगाए हैं।

मुसलमानों ने इसका बहिष्कार किया था और उन्होंने परिसर के बाहर ही नमाज अदा की थी।.

फिलिस्तीनी प्रधानमंत्री रमी हमदल्लाह का कहना है कि नई सुरक्षा के उपाय ख़तरनाक हैं और इससे प्रार्थना-अर्चना करने की आज़ादी पर प्रतिबंध लग जाएगा।

 इस्रायल के एक धार्मिक स्थल के बंद होने के बाद फिलिस्तीनियों से येरूशलेम में इस्राइली बलों पर हमले का आह्वान किया है। हमास के प्रवक्ता फावजी बरहौम ने फिलिस्तीनी 'विद्रोह' से इस्राइली सेना और पश्चिमी तट पर बस्तियों में रहने वालों को निशाना बनाने का आह्वान किया है। बयान में हमास ने उस धार्मिक स्थल को बंद किए जाने को 'धार्मिक युद्ध' करार दिया है जिसे मुस्लिम हाराम अल-शरीफ  और यहूदी ‘मंदिर पर्वत’ कहते हैं। मुस्लिम प्रशासित इस धार्मिक स्थल के प्रति मुस्लिम और यहूदी दोनों गहरी आस्था रखते हैं








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