2017-07-22 16:16:00

ख्रीस्तीयों ने एहतियात के साथ नये राष्ट्रपति का स्वागत किया


नई दिल्ली, शनिवार 22 जुलाई 2017 (वा. रेडियो) : भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षों ने भारत के नये राष्ट्रपति का स्वागत किया। उनकी आशा है कि नये राष्ट्रपति देश में शांति, विकास और न्याय की स्थापना में अपनी सबसे बड़ी भूमिका निभा पायेंगे। 20 जुलाई को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हिंदू राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को भारत के 14 वें राष्ट्रपति घोषित किया गया। भारतीय संसद और राज्य विधायकों ने 17 जुलाई को मतदान किया, जिनके परिणाम गुरुवार 20 जुलाई को घोषित किए गए थे। 71 वर्षीय दलित समुदाय से आने वाले नये राष्ट्रपति कोविंद ने विपक्षी कॉग्रेस दल के दलित प्रत्याशी मीरा कुमार से बहुमत वोट से जीता।

भारतीय काथलिक धर्माध्यक्ष सम्मेलन के महासचिव धर्माध्यक्ष थेओदोर मसकरेन्हास ने अपने बयान में कहा, ″भारतीय काथलिक धर्माध्यक्ष भारत के नये राष्ट्रपति के अच्छे स्वास्थ्य,प्रज्ञा और शक्ति के लिए प्रार्थना करते हैं ताकि वे शांति, विकास और न्याय की ओर देश का नेतृत्व कर सकें।″ ईश्वर राष्ट्रपति कोविंद को देश के संचालन में "कार्यालय की शपथ के अनुसार," भारत गणराज्य के लोगों की सेवा और कल्याण के प्रति समर्पित होने की कृपा दें।" धर्माध्यक्षों की नये राष्ट्रपति कोविंद से अपील है कि वे संविधान को बनाए रखने एवं धार्मिक अल्पसंख्यकों के हित में हिंदू समर्थक भारतीय जनता पार्टी और उनके संसदीय बहुमत होने पर भी प्रतिरोध करें।

कोविंद बिहार राज्य के पूर्व राज्यपाल और एक लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहयोगी रहे हैं।

पूर्व राष्ट्रपति आर के नारायण के बाद कोविंद दूसरे दलित राष्ट्रपति हैं। सन् 2010 में एक भाजपा नेता के रुप में एक विवाद में उलझे हुए थे। उन्होंने कहा था, "इस्लाम और ईसाई धर्म भारत के लिए विदेशी हैं।" उन्होंने आगे सुझाव दिया था कि इन धर्मों के लोगों को सरकारी नौकरियों और शैक्षिक संस्थानों के लिए सामाजिक लाभ या कोटा नहीं दिया जाना चाहिए, भले ही वे एक गरीब सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि से आते हों। 

भारत के ईवजेलिकल फैलोशिप के कार्यकारी निदेशक विजयश लाल ने उकान्यूज से कहा कि वे आशा करते हैं कि "पिछले राष्ट्रपति के समान नये राष्ट्रपति भी पार्टी की राजनीति से ऊपर उठकर कार्य करेंगे।" कोविंद प्रणव मुखर्जी से पदभार ग्रहण कर रहे हैं जिनकी कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो जाएगी। नए राष्ट्रपति को 25 जुलाई को शपथ दिलाई जाएगी।








All the contents on this site are copyrighted ©.