2017-06-06 15:41:00

आतंकवाद की निंदा करने में ग्रेटब्रिटेन के मुस्लिम दूसरे धर्मों के साथ


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 6 जून 2017 (वीआर अंग्रेजी): ग्रेटब्रिटेन के काथलिक, ऑर्थोडोक्स एवं अन्य कलीसियाओं के नेताओं ने लंदन हमले के शिकार लोगों के लिए प्रार्थना अर्पित की। शनिवार को हुए हमले में सात लोग मारे गए और 48 घायल हुए हैं, उनमें से 18 की स्थित गंभीर है।

शनिवार को स्थानीय समयानुसार रात 9 बजकर 58 मिनट पर एक तेज रफ्तार से आती वैन ने लंदन ब्रिज पर पैदल चल रहे लोगों को टक्कर मारी थी। वैन से तीन लोग बाहर निकले और नजदीक के बरो मार्केट में उन्होंने लोगों पर छूरे से हमला किया था।

हमले की निंदा मुस्लिम नेताओं ने भी की, उनमें से एक हैं ब्रिटेन के ईसाई-मुस्लिम मंच के सह अध्यक्ष शेख इब्राहिम मोगरा।

उन्होंने वाटिकन रेडियो की पत्रकार फिलिपा हेचेन को बतलाया कि उग्रवाद का मुकाबला और देश के लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने हेतु उनका समुदाय ब्रिटिश समाज के हर विभाग से मिलकर कार्य कर रहा है।

मोगरा ने कहा कि कुछ मुसलमानों के इस हरकत से उन्हें अचम्भा एवं ज़ुल्म का अनुभव हुआ कि जब पवित्र महीना रमज़ान के अवसर पर बाकी सभी मुसलमान ब्रिटेन के मस्जिदों में प्रार्थना कर रहे हैं तब वे निर्दोष लोगों पर कैसे इस तरह क्रूर हमला कर सकते हैं। 

मुस्लिम नेता ने कहा, ″वे सर्वशक्तिमान ईश्वर एवं देश के वफादार नेताओं के प्रति कृतज्ञ हैं कि विभिन्न धार्मिक समुदाय एक साथ खड़े हैं जैसा कि उन्होंने 2007 के जुलाई माह में हुए आक्रमण के समय किया था तथा हाल में मैनचेस्टर पर आत्मघाती बम विस्फोट के समय भी।″ उन्होंने बतलाया कि उन्हें सभी विश्वासी समुदायों की ओर से सहानुभूति के संदेश मिले, प्रमुख रब्बी एवं  लंदन के काथलिक धर्मगुरूओं ने भी संदेश भेजा।

सोमवार को मोगरा ने कहा कि पूर्वी लंदन मस्जिद में एक प्रेस सम्मेलन का आयोजन किया गया है जिसमें हर प्रकार के धार्मिक नेताओं को आमंत्रित किया गया है ताकि सभी एकजुट होकर हमले की निंदा करते हुए एक-दूसरे के प्रति एकात्मता व्यक्त कर सकें, साथ ही साथ यह स्मरण दिलाने के लिए कि कुछ खास दल के लोगों के करतूतों के लिए पूरे विश्वासी समुदाय को धूमिल और दोषी करार नहीं दिया जा सकता।

मोगरा ने बतलाया कि हर हमले के बाद ब्रिटेन में मुस्लिम समुदाय को लोगों की प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ता है जो आतंकवादियों के लिए अवसर प्रदान करता है, ″कि वे जैसा चाहें वैसा करें, हमें बाटें तथा हमारे विभिन्न समुदायों के बीच विवाद बोयें। यदि हम एक-दूसरे के विरूद्ध हो जाए तो यह आतंकवादियों की जीत है। उन्होंने कहा कि हम पुलिस एवं सुरक्षा सेवा के प्रति आभारी हैं तथा ब्रिटिश जनता की सराहना करते हैं जो हमारे समाज में मुस्लिम विरोधियों को जड़ जमाने में साथ नहीं देना चाहते हैं।″  








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