2017-05-25 15:30:00

"विश्वास का साक्ष्य देने से कभी न थकें", कार्डिनल फिलोनी


एबेबीयेन, बृहस्पतिवार, 25 मई 2017 (फिदेस): ख्रीस्तीयों की सहायिका माता मरियम के पर्व दिवस पर 24 मई को, लोकधर्मियों की प्रेरिताई हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल फेरनांदो फिलोनी ने भूमध्यवर्ती गिनी के एबेबियिन धर्मप्रांत की प्रेरितिक यात्रा पर समारोही ख्रीस्तयाग अर्पित किया तथा नवनियुक्त धर्माध्यक्ष मिगवेल अंजेल ग्वेमा का पावन अभिषेक सम्पन्न किया। दोपहर को उन्होंने धर्मप्रांत के याजकों तथा धर्मसमाजियों से भी मुलाकात की।

प्रवचन में कार्डिनल फिलोनी ने कहा कि मोंगोमो में नये धर्मप्रांत की रचना के द्वारा वहाँ एक छोटा क्षेत्र का निर्माण किया गया है ताकि नये धर्माध्यक्ष विश्वासियों के साथ रहकर उनकी आवश्यकताओं पर अधिक समय दे पायेंगे। उन्होंने विश्वासी समुदाय से कहा कि उनकी ओर से भी सहयोग की अति आवश्यकता है।

कार्डिनल ने संत पौलुस के पत्र से लिए गये पाठ पर चिंतन करते हुए नये धर्माध्यक्ष को सम्बोधित कर कहा कि आरम्भ से ही पिता ईश्वर ने उन्हें चुना और पवित्र किया ताकि वे ईश प्रजा की देखभाल कर सकें। हम प्रत्येक इस पवित्रता के रास्ते पर चलने हेतु बुलाये गये हैं अर्थात् प्रभु के साथ एक दृढ़ एवं बेशर्त प्रेम संबंध स्थापित करने के लिए। हम हरेक येसु के सच्चे परिवार के सदस्य बनने के लिए निमंत्रित हैं जो पिता की इच्छा को पूरा करता है।      

उन्होंने कहा के ईश्वर के लिए यह अधिक महत्वपूर्ण नहीं है कि हमारे काम का परिणाम कितना बड़ा अथवा छोटा है बल्कि साहस का होना अधिक महत्वपूर्ण है। विश्वास का साक्ष्य देने से कभी न थकें तथा कृपा को मानव हृदय में कार्य करने दें। हम बहुधा हमारे कार्यों के परिणाम को देखने के प्रलोभन में पड़ते हैं और कई बार हमें लगता है कि उन कार्यों को करने का क्या फायदा जब हमें उसके अच्छे परिणाम की कोई आशा ही नहीं। कार्डिनल ने कहा कि संत पौलुस इस बात से कभी निराश नहीं हुए कि ख्रीस्त के साथ मुलाकात के बाद उन्होंने अपना सब कुछ उन्हें समर्पित कर दिया था। यह सच है कि बहुधा परिणाम तत्काल नहीं दिखाई पड़ता अतः उसके लिए धीरज पूर्वक समय देने की आवश्यकता होती है। संत पौलुस सिखलाते हैं कि सुसमाचार के प्रचार हेतु किस तरह उदारता पूर्वक आगे बढ़ना है तथा ईश वचन की घोषणा करना एवं ग़रीबों तथा जरूरतमंदों की सहायता करनी है। संत पापा का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि हमें साहस पूर्वक चुनौती भरे स्थलों में जाना तथा हाशिये पर जीवन यापन करने वाले लोगों की मदद करना है। कार्डिनल फिलोनी ने धर्माध्यक्ष मिग्वेल एवं एबेबियेन धर्मप्रांत को शुभकामनाएँ दी कि वे इन कार्यों को आगे बढ़ा सकें। उन्होंने कहा कि प्रेरितों, विश्व कलीसिया, गिनी की कलीसिया तथा एबेबियिन धर्मप्रांत पर बल स्वर्ग से आता है। यह सामर्थ्य हमारी शक्ति से बढ़कर है। अतः उन्होंने पवित्र आत्मा के वरदानों से संचालित होने का परामर्श दिया। कार्डिनल ने धर्मप्रांत के लिए माता मरियम ख्रीस्तीयों की सहायिका की मध्यस्थता से भी प्रार्थना की।

अंततः उन्होंने एबेबियिन धर्मप्रांत को माता मरियम को समर्पित किया तथा विश्वासियों से आग्रह किया कि वे ख्रीस्त के साक्षी बनें एवं भलाई की प्रेरिताई जो उन्हें सौंपी गयी है उसे उदारता पूर्वक आगे बढ़ायें। 








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