2017-05-25 14:56:00

मध्यप्रदेश की बंजर भूमि में पौधा लगाने हेतु काथलिक धर्माध्यक्ष का सहयोग


भोपाल, बृहस्पतिवार, 25 मई 2017 (ऊकान): मध्यप्रदेश में पानी के अभाव की समस्या के समाधान हेतु झाबुआ के काथलिक धर्माध्यक्ष बासिल भूरिया ने समुदाय को अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। 

 ऊका समाचार के अनुसार 21 मई को झाबुआ के धर्माध्यक्ष ने चार पुरोहितों एवं 80 काथलिकों के साथ हाथीपावा पहाड़ पर काली मिट्टी पर पौधा रोपने हेतु सैकड़ों गड्ढें तैयार किये।

धर्माध्यक्ष का यह प्रयास झाबुआ जिले के पुलिस अधीक्षक महेश चंद्र जैन के आग्रह का प्रत्युत्तर था जिसमें उन्होंने जल अभाव की समस्या के समाधान हेतु धार्मिक नेताओं से अपील की थी।

गत साल बारिश कम पड़ने के कारण राज्य में सूखे एवं भूजल के स्तर में गिरावट की स्थिति आ गयी है।

धर्माध्यक्ष भूरिया ने कहा, ″हमारे धर्मप्रांत में कई गाँवों के लोगों को गर्मी के समय में पानी भरने हेतु कई किलो मीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। लोगों के लिए पेय जल, सिंचाई, मवेशियों तथा अन्य अवश्यकताओं के लिए जल की आपूर्ति करना मुश्किल हो जाता है।।″

पुलिस अधीक्षक जैन ने ऊका समाचार को बतलाया कि करीब 2.5 हेक्टर बंजर भूमि पर इस साल मार्च माह में वन विभाग तथा 100 पुलिस की सहायता से काम शुरू किया गया था।

उन्होंने कहा, ″अब तक हमने पौधों को रोपने हेतु 8,500 गड्ढों को खोदा और तैयार किया है। जब बारिश शुरू हो जायेगी तो हम लोगों से आग्रह करेंगे कि बेहतर जीवन की उम्मीद से की जा रही इस योजना का समर्थन करते हुए वे पौधा लगाने में अपना सहयोग दें।″    

जैन ने कहा कि हर पौधा को एक नम्बर दिया जाएगा और लोगों को उसकी सिंचाई एवं निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी जायेगी। यह पर्यावरण की रक्षा करने हेतु जागरूकता उत्पन्न करेगी।

उन्होंने बतलाया कि वे फलदार पेड़ लगाना अधिक पसंद करेंगे ताकि पक्षी और जानवर भी अपना आहार प्राप्त कर सकें।

धर्माध्यक्ष भूरिया ने कहा कि वे सूखे-प्रवण क्षेत्रों में वृक्षारोपण को बढ़ावा देने हेतु सभी पल्ली पुरोहितों को एक पत्र जारी करेंगे।

उन्होंने कहा कि हमने अपनी नर्सरी में उगाये गये पौधों का वितरण करना शुरू कर दिया है। अब हमारा प्रयास होगा, लोगों में जागरूकता लाना एवं वृक्ष रोपन को प्रोत्साहन देना।

राज्य सरकार के आँकड़े अनुसार वर्ष 2015 से 4 मिलियन किसान, बारिश के अभाव में सिंचाई नहीं हो पाने के कारण सूखे से बुरी तरह प्रभावित हैं।








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