2017-05-18 16:47:00

संत पापा फ्राँसिस का राजदूतों के नाम संदेश


वाटिकन सिटी, गुरुवार, 18 मई 2017 (सेदोक) संत पापा फ्रांसिस ने गुरुवार 18 मई को काजिकस्तान, मॉरिटानिया, नेपाल, नाइजर, सूडान और त्रिनिदाद और टोबैगो के राजदूतों से मुलाकात की और उन्हें अपना संदेश दिया।

उन्होंने विशेष रुप से मॉरिटानिया के प्रथम राजदूत मान्यवर श्रीमती मैहहाम का वाटिकन में पहली बार स्वागत किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि अन्तराष्ट्रीय दृश्य वर्तमान में जटिल दिखाई पड़ती है और न ही यह मुसीबतों के काले बादलों से अछूती है। यह हमें बड़ी सावधानी और सतर्कता से अपने कार्यों के निर्वाहन की माँग करती है जिससे हम आपसी तनाव को कम करते हुए शांति के मार्ग में चल सकें। आज बढ़ती समस्याओं के कारण एक आर्थिक और वित्तीय प्रणाली है, जो लोगों की सेवा के बदले, मुख्य रूप से अपनी सेवा कराने और सार्वजनिक प्राधिकरणों का सदुपयोग निरीक्षण करने हेतु की जाती है। अधिकारी सामान्य जन जीवन हेतु जिम्मेदार है लेकिन उन्हें कुछके लोगों के लालच रूपी भूख मिटाने हेतु साधनों की कमी महसूस होती है।

हम बहुत बार परिणाम की चिंता किये बगैर बल का उपयोग करते हुए अपने कार्य को निर्देशित करने की कोशिश करते हैं। एक दूसरी बात जो हमारे बीच मतभेद को बढ़ता है वह है चरमपंथ। इसके द्वारा हम धर्म का दुरुपयोग करते और इसे न्यायसंगत बतलाते हुए अपने में प्रबल शक्ति की भूख को तृप्त करते हैं। हम ईश्वर का पवित्र नाम लेकर हर संभव अपने स्वार्थसिद्धि का प्रयास करते हैं।

इन विकृतियों के कारण हम विश्व की शांति को खतरे में डाल देते हैं। संत पापा ने कहा कि धन दौलत के बदले हमें पुनः मानव जीवन को अर्थव्यवस्था की धुरी बनाने की जरूरत है। हमें साहस और धैर्य के साथ वार्ता के द्वारा आपसी विभिन्नताओं का सामना करने की जरूरत है जिससे शांति कायम हो सके न कि अपनी शक्ति और तुनकमिज़ाजी सलाह का उपयोग जो विभाजन का कारण बनता है। उन्होंने कहा कि जो इस तरह ईश्वर के नाम का दुरुपयोग करते हैं उनका सामना उचित रुप से करने की जरूरत है। जब हम इन बातों पर अमल करते तो हम संतुलित रूप से सभों के लिए विकास के प्रत्यक्ष कार्य करते हैं।

संत पापा ने विभिन्न देशों के राजदूतों को उनके नये उत्तरदायित्व हेतु शुभकामनाएँ अर्पित की और उनके माध्यम से देश को चरवाहों और काथलिक विश्वासी समुदाय को अपनी शुभकामनाएँ अर्पित करते हुए उन्हें अपने विश्वास के साक्ष्य द्वारा समाज के विकास हेतु उदारता पूर्ण सहयोग का आह्वान किया।








All the contents on this site are copyrighted ©.