2017-05-13 10:56:00

न्याय से पहले दया, सन्त पापा फ्राँसिस


फातिमा, पुर्तगाल शनिवार, 13 मई 2017 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा है कि काथलिक धर्माधिकारी जब यह कहते हैं कि ईश्वर न्याय करते हैं तब वे वास्तव में "घोर अन्याय" करते हैं क्योंकि सच तो यह है कि ईश्वर अपनी दया के कारण पापियों को क्षमा कर देते हैं।

पुर्तगाल के फातिमा नगर में शुक्रवार को सान्ध्य वन्दना के अवसर पर सन्त पापा ने कहा, "दया को न्याय से पहले रखना ज़रूरी है, और किसी भी स्थिति में, ईश्वर का न्याय उनकी दया के प्रकाश में सम्पादित होता है।"    

अपने परमाध्यक्षीय काल के आरम्भिक बिन्दु से ही सन्त पापा फ्राँसिस ईश्वरीय दया एवं करुणा पर बल देते रहे हैं और इसके लिये उन्होंने एक सम्पूर्ण वर्ष को करुणा को समर्पित वर्ष भी घोषित किया था। फातिमा की अपनी दो दिवसीय तीर्थयात्रा के दौरान भी उन्होंने ईश्वरीय दया के पक्ष को रेखांकित किया जहाँ 100 वर्ष पूर्व 13 मई सन् 1917 ई. को फातिमा के तीन बालकों, लूसिया,  फ्राँसिसको एवं जसिन्ता ने मरियम के दर्शन प्राप्त किये थे।

शुक्रवार सन्ध्या फातिमा के तीर्थ पर सन्त पापा के आगमन के अवसर पर गिरजाघरों के घण्टे बज उठे तथा मरियम तीर्थ पर एकत्र लगभग 600,000 श्रद्धालुओं ने उनका हार्दिक स्वागत किया। इस अवसर पर सन्त पापा ने मोमबत्तितयों की आशीष की पारम्परिक धर्मविधि का नेतृत्व किया। मरियम दर्शन को समर्पित प्रार्थनालय में उन्होंने पहली मोमबत्ती प्रज्वलित की जिसके बाद हज़ारों तीर्थयात्रियों ने अपनी-अपनी मोमबत्तितयाँ जलाई। शाम के अन्धेरे में टिमटिमाती हज़ारों मोमबत्तियों से जगमगाता मरियम तीर्थ का सम्पूर्ण प्राँगण सृष्टिकर्त्ता एवं सृजनहार ईश्वर की दुहाई दे रहा था।








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