2017-05-01 15:59:00

संत पापा फ्राँसिस ने विमान में परमाणु युद्ध, उत्तर कोरिया के बारे में बातचीत की


वाटिकन सिटी, सोमवार, 1 मई 2017 (वीआर सेदोक ) : संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 29 अप्रैल को मिस्र की प्रेरितिक यात्रा से वापस रोम लौटते वक्त विमान में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि संघर्ष और परमाणु युद्ध की संभावना को देखते हुए कूटनीति और शांतिपूर्ण बातचीत पर ध्यान केंद्रित कर संयुक्त राष्ट्र के नेताओं को एक मजबूत नेतृत्व प्रदान करने की आवश्यकता है।"मैं हमेशा समस्याओं को हल करने के लिए कूटनीति, वार्ता के रास्ते को अपनाने के लिए कहता हूँ।"

"मेरा मानना है कि संघर्ष के राजनयिक समाधान खोजने के लिए संयुक्त राष्ट्र को फिर से अपने नेतृत्व को शुरू करने की जरुरत है, क्योंकि इस मुद्दे पर उसने थोड़ी ढिलाई की है।"

यह पूछे जाने पर कि उत्तरी कोरिया द्वारा परमाणु हमले की संभावना के भय को देखते हुए वे राजनेताओं से क्या कहेगे, इसके जवाब में संत पापा ने कहा, "कूटनीति के मार्ग को अपनाते हुए वे उन्हें समस्याओं का समाधान करने को कहेंगे जैसे उन्होंने विभिन्न समस्याओं का समाधान करने के लिए नेताओं से कहा है।

संत पापा ने कहा, " बातचीत का मार्ग ही राजनयिक समाधानों का मार्ग है,” इस छिट पुट विश्व युद्ध के बारे वे दो वर्षों से कहते आ रहे हैं। और यह युद्ध अब विकराल रुप लेती जा रही है।

"मुद्दा पहले से ही गंभीर हैं, क्योंकि उत्तरी कोरिया में मिसाइलों की समस्या एक से अधिक वर्षों से है और अब ऐसा लगता है कि बात बहुत ही ज्वलंत हो गई है।"

उत्तरी कोरिया में परमाणु हथियारों का मुद्दा सबसे आगे रहा है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 28 अप्रैल 2017 को बैठक की थी, जिसमें उन्होंने कई प्रतिबंधों को लागू करने के लिए चर्चा की थी, जिसे उत्तर कोरिया पर पहले से ही लगाया है जैसे कि 9 सितंबर 2016 को उत्तरी कोरिया के नवीनतम सफल परमाणु परीक्षण के बाद उसी वर्ष नवंबर में 2321 संकल्प पारित किया गया।

अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई रक्षा अधिकारियों ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के कुछ ही घंटों पश्चात उत्तर कोरिया ने एक और मिसाइल छोड़ा जो शुरू होने के कुछ सेकंड के भीतर विस्फोट हुआ।

सुरक्षा परिषद की बैठक के आगे, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि यदि राजनयिक प्रयास विफल हो जाते हैं, तो अमेरिका परमाणु हथियार कार्यक्रम को समाप्त करने के लिए उत्तर कोरिया के साथ बात करने को तैयार है।

संत पापा ने कहा कि प्रत्यक्ष संघर्ष संभव है, पर वे कूटनीति के मार्ग को अपनाते हुए समस्याओं का समाधान करना पसंद करते हैं।

32 मिनट के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संत पापा ने मध्य पूर्व में शांति और वेनेजुएला की स्थिति के बारे में भी कहा। उन्होंने लोकप्रियता के बारे में पूछे गये एक सवाल का जवाब दिया, विशेष रूप से यूरोप की लोकप्रियता और लैटिन अमेरिका की लोकप्रियता के बीच के अंतर पर प्रकाश डाला।

डोनाल्ड ट्रम्प के साथ संभावित बैठक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा उसे किसी भी अनुरोध के बारे में सूचित नहीं किया गया है, लेकिन अगर देश के प्रमुख उनसे मिलना चाहते हैं तो वे हमेशा उनसे मिलते हैं।








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