2017-04-25 16:08:00

मिस्र को संत पापा का वीडियो संदेश


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 25 अप्रैल 2017 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने मंगलवार 25 अप्रैल को अपनी प्रेरितिक यात्रा के पूर्व मिस्र की जनता को एक वीडियो संदेश प्रेषित कर उनके लिए शांति की कामना की।

वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, ″आनन्द एवं कृतज्ञता से पूर्ण हृदय के साथ मैं जल्द ही आपके प्यारे देश की यात्रा करने वाला हूँ जो सभ्यता का गढ़, नील नदी का वरदान, सूर्य एवं आतिथ्य सत्कार की पुण्यभूमि है। एक ऐसी भूमि जहाँ धर्मगुरु एवं नबियों ने वास किया, जहाँ कृपालु, दयालु, सर्वशक्तिमान तथा एकमात्र ईश्वर ने अपनी वाणी सुनाई।

संत पापा ने अपनी यात्रा का उद्देश्य बतलाते हुए कहा, ″मैं वहाँ एक मित्र, शांति के संदेशवाहक तथा एक तीर्थयात्री के रूप में आने के लिए अत्यन्त खुश हूँ।″ उन्होंने कहा कि दो हजार वर्षों पूर्व इस देश ने पवित्र परिवार को शरण प्रदान किया था जो राजा हेरोद के भय से मिस्र भाग गयी थी। (मती. 2:10-16) मैं पवित्र परिवार द्वारा यात्रा किये हुए देश का दौरा करने हेतु सम्मानित महसूस कर रहा हूँI संत पापा ने मिस्र में यात्रा करने हेतु निमंत्रण के लिए वहाँ के राष्ट्रपति, कॉप्टिक परमाध्यक्ष तथा अल अजहर के ग्रैंड ईमाम को सहृदय धन्यवाद दिया तथा उन सभी लोगों को भी जो उदारता पूर्वक संत पापा का स्वागत करने के लिए तैयार हैं एवं यात्रा को सफल बनाने हेतु कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

वीडियो संदेश में संत पापा ने ख्रीस्तीय समुदाय को सम्बोधित कर कहा कि वे इस यात्रा में मध्य पूर्व के ख्रीस्तीयों को स्नेह, सहानुभूति एवं प्रोत्साहन प्रदान करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वहाँ वे अब्राहम के सभी बच्चों को मित्रता एवं सम्मान तथा भाईचारा एवं मेल-मिलाप का संदेश देना चाहते हैं। मुस्लिम जगत में मिस्र एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि उनकी इस यात्रा द्वारा इस्लाम धर्मावलम्बियों एवं कॉप्टिक कलीसिया के साथ अंतरधार्मिक वार्ता को एक उदार सहयोग मिलेगा।  

संत पापा ने विश्व के विभिन्न हिस्सों में हो रहे हिंसा की याद करते हुए कहा कि हमारा विश्व इस अंधे हिंसा के कारण तोड़ दिया गया है और इस हिंसा की मार मिस्र की प्यारी धरती पर भी पड़ी है। उन्होंने कहा, ″हमारे विश्व को शांति, प्रेम तथा करुणा की आवश्यकता है। उसे ऐसे व्यक्ति की तलाश है जो शांति निर्माता है तथा जो लोगों को मुक्त करता है। साहसी व्यक्ति जो विगत अनुभव से भविष्य का निर्माण करे तथा हर पूर्वाग्रह से मुक्त हो। हमारी दुनिया को ऐसे लोगों की आवश्यकता है जो शांति, वार्ता, भाईचारा, न्याय तथा मानवता के सेतु का निर्माण करना जानते हैं।

संदेश के अंत में संत पापा ने मिस्र के सभी लोगों पर ईश्वर की कृपा की याचना की तथा हर बुराई से उनकी रक्षा हेतु प्रार्थना की।  








All the contents on this site are copyrighted ©.