2017-04-20 15:53:00

धर्माध्यक्षों ने सरकार से धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार की मांग की


नई दिल्ली, बृहस्पतिवार, 20 अप्रैल 17 (मैटर्स इंडिया): भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने 19 अप्रैल को केंद्रीय सरकार से अपील की कि प्रत्येक नागरिक को कोई भी धर्म मानने का मौलिक अधिकार प्राप्त हो।

मैडर्स इंडिया की रिपोर्ट अनुसार तमिलनाडु के एक गाँव के दलित ख्रीस्तीयों को पुलिस ने पुण्य शुक्रवार की धर्मविधि सम्पन्न करने में बाधा पहुँचायी थी।

भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने चेंगलपेट के सोगंदी गाँव में 14 अप्रैल को हुई घटना की निंदा की।

सीबीसीआई के प्रवक्ता ने कहा कि तमिलनाडु में पुण्य शुक्रवार को जो घटना घटी उससे सीबीसीआई बहुत चिंतित और परेशान है क्योंकि यह सभी ख्रीस्तीयों के लिए अत्यन्त पवित्र दिन होता है।

सीबीसीआई के महासचिव धर्माध्यक्ष थेओदोर मसकरेनहास ने कहा, ″हम हमारे प्रधानमंत्री, गृहमंत्री तथा अन्य सभी अधिकारियों से अनुरोध करते हैं कि देशभर में हर व्यक्ति के लिए सुरक्षा सुनिश्चित हो तथा धर्म मानने हेतु अपने मौलिक अधिकार को बिना भय, स्वतंत्रता पूर्वक सभी लोग प्राप्त कर सकें।″ 

रिपोर्ट अनुसार तमिलनाडु के सोगंधी गाँव के दलित ख्रीस्तीय जब स्थानीय पहाड़ी पर पुण्य शुक्रवार के दिन प्रार्थना कर रहे थे तो पुलिस ने उन्हें वहाँ प्रार्थना करने से रोक दिया था।








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