2017-04-08 16:43:00

धार्मिक सद्भाव बनाए रखने में भारत सबसे अच्छा देश: दलाई लामा


बोमडिला, शनिवार, 8 अप्रैल 2017 (ऊकान): तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने बृहस्पतिवार को कहा कि धार्मिक सद्भाव और सहिष्णुता को बनाए रखने के लिए भारत अभी भी सबसे अच्छा देश है।

धार्मिक सद्भाव की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, ″धार्मिक सद्भाव बनाये रखना बहुत आवश्यक है ऐसे समय में जब जिम्मेदारी की भावना में कमी दिखाई पड़ती है। संवेदनशील स्थिति होने के बावजूद भारत में यह संभव है जो सबसे अधिक आबादी वाला एक लोकतांत्रिक देश है। यह देश हज़ारों सालों से इस रास्ते को दिखाते आया है।″   

बुद्ध पार्क में लोगों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में विश्व के सभी बड़े धर्मों का विकास हो रहा है।

उन्होंने कहा, ″हम सामाजिक प्राणी हैं तथा एक-दूसरे के प्रति सहयोग की भावना के बिना हम खुश नहीं रह सकते। चाहे हम धर्म मानते हों अथवा नहीं हमें विश्व में प्रेम तथा सहानुभूति की आवश्यकता है।″ 

धर्म के नाम पर आतंकवाद हेतु समर्पित लोगों के बारे दलाई लामा ने कहा, ″हम मुस्लिम आतंकवाद के बारे बहुत कुछ सुनते हैं तथा बौद्ध आतंकवादियों के बारे भी किन्तु ज्योंही कोई व्यक्ति आतंकवाद से जुड़ जाता है वह मुसलिम अथवा बौद्ध नहीं रह जाता। उन्होंने याद किया कि चीनी अधिकारी उन्हें भी आतंकवादी मानते हैं।

तिब्बती धर्मगुरू ने कहा कि मृत जानवरों के मांस का उपभोग किया जा सकता है किन्तु उन्होंने मारे गये जानवरों के मांस पर असहमति जतायी।

उन्होंने कहा, ″"बौद्धों को अन्य प्राणियों को नुकसान पहुंचाना नहीं सिखाया जाता है और वे शाकाहारी होते हैं।″

दलाई लामा ने संत पापा फ्राँसिस के शब्दों को दुहराते हुए कहा, ″संत पापा ने कहा है कि मूर्ख ख्रीस्तीय होने की अपेक्षा अच्छा इंसान बनना कहीं अधिक अच्छा है, उसी तरह एक मूर्ख बौद्ध धर्मावलम्बी बनने की अपेक्षा भला इंसान बनना बेहतर है।″








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