2017-03-14 11:24:00

पहली बार सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में एंग्लिगन ख्रीस्तीयों की सान्ध्य वन्दना


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 14 मार्च 2017 (सेदोक): रोम स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में सोमवार 13 मार्च को, पहली बार, एंगलिकन ख्रीस्तीयों की पारम्परिक सान्ध्य वन्दना का पाठ किया गया। सान्ध्य वन्दना का नेतृत्व रोम स्थित एंगलिकन केन्द्र के निर्देशक महाधर्माध्यक्ष डेविड मोक्सोन तथा दिव्य भक्ति एवं संस्कार सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष मान्यवर आरथर रोच ने संयुक्त रूप से किया।

इस अवसर पर भक्त समुदाय को सम्बोधित शब्दों में मान्यवर आरथर रोच ने कहा, "ईश प्रेम एवं ईश्वर की भक्ति हेतु हमारी अभिलाषा ही काथलिक एवं एंगलिकन ख्रीस्तीयों को एक साथ मिलाती तथा विनम्रतापूर्वक जीवन की तीर्थयात्रा में अग्रसर होने के लिये प्रेरित करती है।" सन्त पापा फ्राँसिस के शब्दों को उद्धरित कर उन्होंने कहा, "विनम्रता केवल एक खूबसूरत ख्रीस्तीय सदगुण ही नहीं हैं बल्कि यह हमारी अस्मिता एवं पहचान का आईना है।"

कलीसिया के इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभानेवाले सन्त ग्रेगोरी महान के विषय में बोलते हुए मान्यवर रोच ने कहा कि हालांकि ग्रेगोरी रोम के एक धन सम्पन्न परिवार से आये थे उन्होंने अपनी सारी सम्पत्ति ज़रूरतमन्दों की सहायता में लगा दी थी और इस कार्य के लिये उन्होंने रोम में कई मठों की स्थापना की थी। उन्होंने स्मरण दिलाया कि ग्रेगोरी को रोम का प्रशासक नियुक्त गया था किन्तु उन्होंने अपने इस उच्च पद का परित्याग कर दिया तथा अपना सारा जीवन एकान्त मठवासी रूप में मनन-चिन्तन कर व्यतीत किया।

सन्त पापा ग्रेगोरी महान की शिक्षाओं पर चलने का परामर्श देते हुए उन्होंने काथलिकों एवं एंगलिकन ख्रीस्तीयों का आह्वान किया कि प्रभु येसु ख्रीस्त के शिष्य होने के नाते वे एकता में आगे बढ़ें तथा ग्रेगोरी महान के सदृश ही निर्धनों, रोगियों, शरणार्थियों, क़ैदियों, दासों एवं अपराधियों की प्रेरितिक सेवा को विकसित करें।

काथलिकों एवं एंगलिकन ख्रीस्तीयों के बीच विकसित समझदारी के लिये प्रभु ईश्वर के प्रति धन्यवाद ज्ञापित कर उन्होंने पवित्र आत्मा से आवाज़ सुनने का आह्वान किया कि सभी ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों को दिव्य मार्गदर्शन मिले तथा वे साहसपूर्वक सभी अवरोधों को दूर करते हुए पूर्ण एकता की ओर अग्रसर होवें।








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