2017-03-04 15:52:00

ख्रीस्तीय धार्मिक संगीत के नवीनीकरण हेतु संत पापा का परामर्श


वाटिकन सिटी, शनिवार, 4 मार्च 2017 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 4 मार्च को वाटिकन स्थित क्लेमेंटीन सभागार में ख्रीस्तीय धार्मिक संगीत (सेक्रेड म्यूजिक) के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के प्रतिभागियों से मुलाकात कर कहा कि अतीत से मिले समृद्ध और विविध विरासत की रक्षा करने और उसे बढ़ावा देने के लिए उनका प्रयोग, वे संतुलित मन से करें और उसे उदासीन या "पुरातात्विक" दृष्टिकोण के खतरे से बचायें।

द्वितीय वाटिकन महासभा के दस्तावेज ‘मुसिकम साक्रुम’ की 50वीं वर्षगाँठ पर, संस्कृति एवं काथलिक शिक्षा को प्रोत्साहन देने हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति तथा संत अंसेलेम विश्वविद्यालय के संगीत एवं धर्मविधिक संस्था के संयुक्त पहल पर आयोजित सम्मेलन में भाग लेने हेतु विश्व के विभिन्न हिस्सों से आये 400 प्रतिभागियों ने संत पापा से मुलाकात की।

प्रतिभागियों को सम्बोधित कर संत पापा ने कहा, ″निश्चय ही आधुनिकता एवं [स्थानीय भाषा] की शुरूआत के साथ पूजन पद्धति में, संगीत की भाषा, रूपों और शैलियों की कई समस्याएँ उभर आती हैं।

उन्होंने कहा कि कभी कभी एक निश्चित सामान्यता, अल्पज्ञता और नण्यता, धर्मविधि समारोह पर प्रबल हो जाती हैं।

संत पापा ने प्रोत्साहन दिया कि धार्मिक संगीत के क्षेत्र में कलाकार, संगीत निर्माता, निर्देशक, संगीतकार एवं गायक दल, धर्मविधि में अगुवाई करने हेतु आगे आये ताकि उनके बेहतर योगदान द्वारा धार्मिक संगीत एवं धर्मविधि भजनों का नवीनीकरण हो सके।

उन्होंने कहा, ″इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए हमें उपयुक्त संगीत शिक्षा को प्रोत्साहन देना होगा, विशेषकर, जो पुरोहित बनने की तैयारी कर रहे हैं और जो संगीत पर रुचि रखते हैं तथा विभिन्न सांस्कृतिक क्षेत्रों से आते हैं साथ ही साथ ख्रीस्तीय एकता वर्धक वार्ता की भावना को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए।″








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