2017-02-14 15:09:00

आतंकवादी हमलों के खिलाफ बुनियादी ढांचे के संरक्षण पर महाधर्माध्यक्ष औजा का हस्तक्षेप


न्यूयोर्क, मंगलवार, 14 फरवरी 2017 (सेदोक) : अमरीका में वाटिकन के स्थायी पर्यवेक्षक एवं प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष वेरनादित्तो औजा ने 13 फरवरी को आतंकवादी हमलों के खिलाफ बुनियादी ढांचे के संरक्षण पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के खुले बहस पर कहा कि आतंकवादियों द्वारा शहरों और गावों में लगातार  हमले ने कई मासूम लोगों की जानें ले ली है और बुनियादी ढांचों को बर्बाद कर दिया है। इसके विरोध में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकीकृत कार्रवाई करनी चाहिए।

प्राचीन मेसोपोटामिया के क्षेत्र में हाल के संघर्ष दवारा सदियों से उस क्षेत्र में रहने वाले प्राचीन जातीय अल्पसंख्यकों के धर्म और संस्कृति पर एक विनाशकारी प्रभाव पड़ा है। आतंकवादियों ने जानबूझकर इन क्षेत्रों के समुदायों के धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत एवं ऐतिहासिक स्थलों को नष्ट किया। इन समुदायों के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों जैसे स्कूलों अस्पतालों, पानी की आपूर्ति और धार्मिक स्थानों को जानबूझकर नष्ट कर उन्हें सामूहिक रूप से सफाया करने के लिए एक रणनीति बनाई है और उनकी संरचनाओं पर हमला करके उन्हें सांप्रदायिक अस्तित्व को बढ़ावा देने का प्रयास किया है।

अतः संयुक्त राष्ट्र के चार्टर समझौते के अनुसार अंतरराष्ट्रीय समुदाय का दायित्व है कि आतंकवादी गुटों की बर्बरता और क्रूरता से नागरिकों और उनकी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों की रक्षा करे। अंतरराष्ट्रीय समुदाय का यह भी दायित्व है कि इस आतंकवादी रणनीति के बारे में जनता में जागरूकता बढ़ायें। उन्होंने राज्यों से लोगों की सुरक्षा और हमले के मामले में सार्वजनिक तैयारियाँ करने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि आतंकवादी हमलों के खिलाफ अधिक प्रभावी और स्थायी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की रक्षा करने के लिए ऐसी नीतियों को निर्धारित किया जाना चाहिए जो संकीर्ण राजनीतिक हितों और निरंकुश लाभ की खोज को अस्वीकार कर सके।








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